‘मेरी गलती क्या?’ पूछ रही नवजात बच्ची, रागिनी ने किया हर सम्भव सहयोग

AJ डेस्क: किसी के कुकर्म और किसी की मजबूरी की सजा आज एक 5 दिन की अबोध बच्ची को दी गयी। अपने जन्म के पांचवे दिन ही उस बेटी को हमेशा के लिए अपनी माँ के आंचल से दूर किसी अंजानो के बीच भेज दिया गया। आखिर उस 5 दिन की बच्ची की गलती क्या थी? आखिर किसी की जबर्दस्ती और किसी की मजबूरी की सजा उस बच्ची को क्यों दी गई? हम बात कर रहे है धनबाद के केंदुआडीह स्थित कुसतौर 3 नंबर की रहने वाली उस 12 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता के कोख से जन्मी 5 दिन की दुधमुहे बच्ची की।

 

 

दुष्कर्म की शिकार उस 12 वर्षीय पीड़िता ने इसी महीने के 23 सितम्बर को एक बच्ची को जन्म दिया है। इस दौरान भाजपा नेत्री रागिनी सिंह के द्वारा पीड़िता और उसकी बच्ची को हर सुविधा दिया गया। यहाँ बता दें कि भाजपा नेत्री को दुष्कर्म पीड़िता के गर्भधारण के आठवें महीने में उसकी आर्थिक स्थिति के बारे में पता चला था। इसके बाद शासन और प्रशासन से भी भाजपा नेत्री ने पीड़िता को राहत दिलाने का प्रयास किया था, लेकिन प्रशासन की सुस्ती और पीड़िता की स्थिति को देखते हुए भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने तत्काल गर्भवती पीड़िता को हरसंभव मदद देने के लिए उसे अपने साथ ले गई थी। इसी दौरान 23 सितम्बर को 12 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता ने अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। आज रागिनी सिंह ने पीड़िता और उसकी नवजात बच्ची को पूरी सुविधाओं के साथ कुसतौर स्थित उसके घर पहुंचा दिया।

 

 

बस यहीं से उस 5 दिन की अबोध बच्ची का वनवास शुरू हो गया। अपनी माँ के घर के आंगन को वो बच्ची अभी ठीक से निहार भी नही पाई थी की उससे पहले ही दुराचारी के बीज से जन्मी उस बच्ची को उसकी माँ और उसके परिजनों ने उसके लालन-पालन में असमर्थता जताते हुए उसे अपनाने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद बच्ची को आज धनबाद सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया गया।

 

 

 

 

 

‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…

https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »