बौखलाहट या दबंगई: निगम के सफाई कर्मी की धुनाई कर क्या संदेश देना चाहते हैं कांग्रेसी
AJ डेस्क: इसे क्या माना जाए। दबंगई या बौखलाहट। विपक्षी का झंडा लगाए जाने पर धमकी, विपक्षी के चुनाव चिन्ह की टोपी या पट्टा लगाए जाने पर नाराजगी। आखिर कांग्रेसी प्रत्याशी के समर्थक झरिया के वोटरों को क्या संदेश देना चाहते हैं।
झरिया विधान सभा के अलग अलग हिस्से से एक कॉमन शिकायत सुनने को मिल रही है। भाजपा प्रत्याशी का झंडा, बैनर, पट्टा और टोपी का प्रयोग करने वाले समर्थकों को कांग्रेस के समर्थकों के द्वारा धमके दिया जाता है। घर, दुकान से झंडा नहीं उतारे जाने पर भविष्य में बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी जाती है। कहीं कहीं तो भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच झंडा लगाए जाने के मुद्दे पर नोक झोंक तक होने की सूचना मिल रही है।
डोर टू डोर कचड़ा उठाने वाली नगर निगम के वाहन चालक और सफाई कर्मियों को कल कांग्रेस समर्थकों ने धुन डाला। मामला क्या था कि कांग्रेसी समर्थक निगम की गाड़ी पर कांग्रेस का स्टीकर लगा रहे थे। निगम के सफाई कर्मियों ने गाड़ी पर स्टीकर लगाने से मना कर दिया। यह कांग्रेसियों को नागवार गुजरा। बस फिर क्या था।कांग्रेसियों का लात घुसा और सफाईकर्मियों का पीठ। कांग्रेसियों ने सफाई कर्मियों की भारदम पिटाई कर डाली। बीच बचाव करने गए लोग भी पीटे गए।
मामला थाना तक पहुंच गया। पीड़ित सफाईकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान हुई पिटाई की लिखित शिकायत की। भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह भी मौके पर पहुंच पुलिस से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
एन चुनाव के वक्त धमकी, मारपीट का जो दौर एक पार्टी विशेष के द्वारा शुरू किया गया है, यह जमीन खिसकने की बौखलाहट का देन है या दबंगई की बदौलत चुनाव परिणाम पक्ष में करने की रणनीति।
