DY SP हमला प्रकरण: वर्दी हुआ लहू लोहान या लचर तंत्र “चोटिल”
अरुण कुमार तिवारी
AJ डेस्क: असामाजिक तत्वों के पत्थर से वर्दी लहू लोहान हुआ ही लचर तंत्र व्यवस्था भी चोटिल हुआ है। बात बात पर आंदोलन करने वाले खादी धारी का मुखौटा भी बेनकाब हुआ है। अपने ही समाज का एक महत्वपूर्ण अंग “पुलिस” के एक अधिकारी पुरूषोतम सिंह दुर्गापुर के मिशन हॉस्पिटल में गंभीर अवस्था में इलाज करा रहे हैं।
बाघमारा का मधुबन, खरखरी, धर्मा बांध इलाका असामाजिक तत्वों के खूनी पंजा में कराह रहा था।गोलियों की तड़तड़ाहट, बमों के धमाके क्षेत्र को दहलाए हुए थे तो वहीं उपद्रवी वाहनों को आग के हवाले कर रहे थे। दोनों ओर से जमकर पत्थर बाजी हो रही थी।
“यहां पुलिस को अपना कर्तव्य छोड़कर चुपचाप मूक दर्शक बने बैठे रहना चाहिए था”।
बाघमारा पुलिस अनुमंडल के जाबांज युवा DY SP पुरूषोतम सिंह आव देखे न ताव। कुछेक जवानों और पुलिस अधिकारी को साथ लेकर अपना कर्तव्य निभाने, विधि व्यवस्था संभालने के लिए कूद पड़े रणक्षेत्र में। जाबांज DY SP ने सूझ बूझ से बहुत हद तक स्थिति नियंत्रित कर भी लिया था, लेकिन उपद्रवियों का एक गुट जिसमें गुंडा तत्व अधिक शामिल था, सभी मन बढ़ूं थे फिर उन्हें एक नेता का वरदहस्त भी प्राप्त था, इस गुट ने नेता के उकसाने पर पुलिस टीम पर ही हमला बोल दिया। इस हमले में युवा जाबांज अधिकारी DY SP पुरूषोतम सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उनके सर पर गंभीर चोटें आई हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात मिशन हॉस्पिटल में DY SP पुरूषोतम सिंह के सर का ऑपरेशन हुआ है। फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं, लेकिन स्थिति नाजुक बनी हुई है।
एक वर्ष पूर्व भी धनबाद इसी तरह के एक वारदात का गवाह बना था। भौंरा के ओपी प्रभारी युवा सब इंस्पेक्टर हिमांशु कुमार पर भी आंदोलन में शामिल उपद्रवी तत्वों ने जानलेवा हमला कर दिया था। हिमांशु कुमार लंबे समय तक मिशन हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझते रहे थे।
अब यहां एक सवाल सभी के जेहन में आता है कि वर्दी धारकों के ऊपर जानलेवा हमला करने वाले असामाजिक तत्वों से प्रशासनिक तंत्र किस तरह का व्यवहार करती है, उनसे कैसे निबटती है। नहीं तो प्रत्येक वर्ष इस तरह का दुखदाई खबर कोयलांचल वासियों को सुनना, देखना पड़ेगा।
