आजम मामले में जीतन ने यह क्या कह डाला, प्यार की अच्छी बखान कर डाली (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: संसद में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद रमा देवी पर आजम खान के विवादित बयान से सियासी बवाल मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान पर कार्रवाई की मांग हो रही है। इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने विवादित बयान दे दिया है। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, ‘जब कोई भाई-बहन मिलते हैं तो एक दूसरे का किस करते हैं, क्या वह सेक्स कहलाता है? मां अपने बेटे के किस करती है, बेटा मां का किस करता है, क्या वह सेक्स होता है? उन्होंने कहा कि मेरा कहने का मतलब यह है कि आजम खान ने इसी लहजे में बोला है। इसका मतलब दूसरा निकल रहा है। इसलिए उनसे कहते हैं कि इस्तीफा मत दीजिए, लेकिन माफी मांग लीजिए।

 

 

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उधर, बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा कि ‘जब उन्होंने (आजम खान) ने वह बयान दिया, तब मैं आसन पर बैठी थी। वह ऐसी जगह हैं, जहां सबको बराबर और समभाव से देखा जाता है। मैंने उस आसन का सम्मान किया। आजम खान दूसरी तरफ देखकर बोल रहे थे, मैंने उन्हें आसन की तरफ मुखातिब होकर अपनी बात रखने को कहा, लेकिन इसके बाद उन्होंने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया उसको मैं दोहराना नहीं चाहती हूं।’ रमा देवी ने कहा कि, ‘आजम खान ने जिस तरह की टिप्पणी की है उससे पूरे महिला समाज को धक्का लगा है और उनका अपमान हुआ है। मैं चाहती हूं कि आजम खान को कड़ी से कड़ी सजा मिले। हर पुरुष की एक मां, बहन, बेटी और पत्नी होती है। आजम खान की टिप्पणी न सिर्फ महिलाओं के लिए बल्कि पुरुषों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाने वाला है।’

 

 

देखें वीडियो-

 

 

रमा देवी ने कहा कि आजम खान जैसे व्यक्ति का लोकसभा में बैठना शर्म की बात है। उन्हें यहां भेजने वाले भी शर्मसार हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर आजम खान ने अपने अभद्र बयान के लिए उसी दिन माफी मांग ली होती तो मैं माफ कर देती, लेकिन अब उन्हें सदन में देखना नहीं चाहती हूं। मैं अध्यक्ष से कहूंगी कि आजम खान ने सिर्फ रमा देवी को ही शर्मसार नहीं किया है, बल्कि देशभर की महिलाओं का सिर झुक गया है। मैं चाहती हूं कि आजम खान को ऐसी कड़ी से कड़ी सजा मिले जो हमेशा उन्हें याद रहे और आने वाली पीढ़ियां भी इसको याद रखें। माफी से बात नहीं बनेगी।’ उन्होंने कहा, मैं जिस संघर्ष से यहां तक पहुंची हूं, वह आजम खान और अखिलेश यादव जैसे लोगों को समझ में नहीं आएगा। अखिलेश ने शह दी और उन्होंने खुद सांसदों के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया।

 

 

 

 

कौन हैं रमा देवी

रमादेवी अभी तक चार बार चुनी जा चुकी हैं। सबसे पहले 1998  में उन्होंने मोतिहारी सीट से राधा मोहन सिंह को हराकर संसदीय राजनीति में प्रवेश किया था। हालांकि मोतिहारी का वह चुनाव काफ़ी रक्तरंजित रहा क्योंकि उस चुनाव में निर्दलीय विधायक और उम्मीदवार देवेंद्र दुबे की हत्या हुई थी और उनके परिवार वालों ने आरोपी रामादेवी के पति बृज बिहारी प्रसाद को बताया था।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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