कट्टर हिंदु नेता कमलेश का “कटा सर” लाने पर करोड़ों का था इनाम (देखें वीडियो)
AJ डेस्क: उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर ये दावा करते हुए बताया कि हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामला 24 घंटों के भीतर सुलझा लिया जाएगा। अब तक इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अब तक की जांच के बाद पुलिस ने बताया कि तिवारी की हत्या की योजना सूरत में बनाई गई थी।
शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि ये गुस्से और बदले में की गई हत्या है। पुलिस के मुताबिक इस हत्या मामसा का लिंक 4 साल पुराना है। ये आरोपी तिवारी के द्वारा 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए एक आपत्तिजनक बयान से काफी गुस्से में थे।
देखें वीडियो-
#WATCH Uttar Pradesh DGP, OP Singh on Hindu Samaj Party leader #KamleshTiwari's murder: During the initial interrogation they (accused detained by Gujarat ATS) have accepted that they were involved, and that all three are linked to the case in some manner. pic.twitter.com/KdcX2FzmDZ
— ANI (@ANI) October 19, 2019
मौके से बरामद मिठाई का डब्बा बना अहम सुराग
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर यूपी डीजीपी ओ पी सिंह ने बताया कि मैं खुद अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शुक्रवार क्राइम स्पॉट पर पहुंचा। हमें घटनास्थल पर कुछ अहम सुराग मिले हैं और हमें पूरा यकीन है कि हम इस मामले को 24 घंटों में सुलझा लेंगे। घटनास्थल पर एक मिठाई का डब्बा पाया गया है जिसपर सूरत के एक स्वीट शॉप का नाम लिखा है।
#WATCH OP Singh, UP DGP on #KamleshTiwariMurder: Prima facie this was a radical killing, these people were radicalized by the speech that he (Kamlesh Tiwari) gave in 2015, but much more can come out when we catch hold of the remaining criminals. pic.twitter.com/kJ19yoBLh5
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
इसके बाद हमने सूरत पुलिस और एटीएस से संपर्क किया। मामले में अब तक तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें से एक संदिग्ध एक साड़ी की दुकान पर काम करता है जबकि दूसरा दर्जी का काम करता है और तीसरा संदिग्ध एक स्टोर पर काम करता है। FIR में मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम काजमी को साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया है।
4 साल पहले ही हत्या की कर ली गई थी प्लानिंग!
उन्होंने आगे कहा कि एफआईआर में दो अन्य लोगों के नाम शामिल हैं और उन्हें मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मामले की शुरुआती जांच में ये सामने आया है कि ये लोग जो हिरासत में लिए गए हैं वे 2015 में तिवारी के द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में दिए गए एक बयान को लेकर नाराज थे। इसी के बाद एक मौलाना ने उनकी हत्या का एलान खुलेआम किया था। पैगंबर मोहम्मद के बारे में तिवारी के द्वारा विवादित बयान देने के बाद मौलाना ने ये एलान कर कहा था कि जो कोई भी उसका (तिवारी) सिर काट कर लाए उसे इनाम दिया जाएगा। काजमी और हक ने 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमशः 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था।
देखें वीडियो-
#WATCH Surat: CCTV footage of the three accused in #KamleshTiwari murder case being picked up by the Gujarat Anti-Terrorism Squad (ATS). pic.twitter.com/mEyxFNk2zQ
— ANI (@ANI) October 19, 2019
कमलेश तिवारी के घर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
जबकि तिवारी की पत्नी ने बिजनौर के एक मौलाना को उनकी हत्या के पीछे जिम्मेदार बताया था। तिवारी की पत्नी का कहना है कि उन्होंने ही उसके पति की हत्या की है। डीजीपी ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में ये भी दावा किया है कि कमलेश तिवारी के घर पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। गौरतलब है कि 43 वर्षीय कमलेश तिवारी की शुक्रवार को लखनऊ स्थित उनके घर पर हत्या कर दी गई थी। उनका गला कटा हुआ था और उन्हें कई बार गोली मारी गई थी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी।
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