बी डी ओ की मौत की गुत्थी नहीं सुलझ पा रही, आखिर उसने ऐसा किया क्यूँ?
AJ डेस्क: बिहार के गया जिला के कोच प्रखंड के बी डी ओ ने आखिर तीन मंजिला भवन से कूद कर अपनी जान क्यों दे दी। यह अब तक सवाल ही बना हुआ है, जाँच एजेंसियां इसका जवाब नही ढूंढ पा रही।
वर्ष 2014 बैच के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन की पत्नी इलाहबाद बैंक में अधिकारी हैं। इनकी दो वर्ष की एक बच्ची भी है। यानि राजीव रंजन का हंसता खेलता परिवार था। फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि युवा प्रखंड विकास पदाधिकारी दुःसाहस करते हुए अपनी पत्नी और बच्ची को अकेले छोड़ अपनी जीवन की इहलीला समाप्त करने को मजबूर हो गया।
कोच के प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन आशा सिंह मोड़ के समीप जिस किराए के मकान में रहते थे, उस तीन मंजिला मकान के छत से वह कूद पड़े। आनन फानन में उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। राजीव रंजन की मौत की खबर सुन सभी हतप्रभ थे।लेकिन इस मामले में कोई अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नही है।
उन्हें जानने वाले लोग यह जरूर कह रहे हैं कि अभी दीपावली में ही राजीव रंजन ने प्रखंड के महा दलित गांव में जाकर पटाखा और मिठाईयां बांटी थी। बी डी ओ की मौत से कारणों से जब तक पर्दा उठ नहीं जाता, तब तक यह जानना मुश्किल होगा कि आखिर इस युवा अधिकारी ने इस तरह का कदम क्यों उठाया।
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