टाटा स्टील खनन क्षेत्र में श्रमशक्ति की आपूर्ति और मांग के अंतर को पाट रही, किया कार्यक्रम का आयोजन

AJ डेस्क: खनन क्षेत्रों में कुशल श्रमशक्ति की आपूर्ति और मांग के अंतर को दूर करने के उद्देश्य से जे एन टाटा वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर (जेएनटीवीटीआई), धनबाद के झरिया में आज ‘माइनिंग सुपरवाइजर’ पर एक समर्पित कार्यक्रम शुरू किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से डी बी सुंदर रामम, वीपी (रॉ मटीरियल्स), टाटा स्टील मुख्य अतिथि के रूप में संजय रजोरिया, जीएम, झरिया डिवीजन, टाटा स्टील के साथ उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

 

 

इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए डी बी सुंदरा रामम ने कहा, ‘जेएनटीवीटीआई विभिन्न कोर्स के माध्यम से 100 प्रतिशत प्लेसमेंट का भरोसा देता है। यह अपनी स्थापना के बाद से माइनिंग में कैरियर की आकांक्षा रखने वाले लोगों के लिए एक प्रकाशस्तंभ रहा है। माइनिंग सुपरवाइज़र कोर्स की शुरुआत जेएनटीवीटीआई में चल रहे कौशल विकास कार्यक्रम में एक और आयाम जोड़ेगी।’

 

 

माइनिंग सुपरवाइजर प्रोग्राम विशेष रूप से भूमिगत खनन कार्यों में काम करने वाले लोगों के लिए बनाया गया है। समुदाय से विविध पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों का चयन किया गया है। चयनित प्रशिक्षुओं को 14 महीने के कोर्स को पूरा करना होगा। जिसमें वे विभिन्न स्थितियों से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा प्रक्रिया के साथ-साथ सुरक्षित खनन संचालन भी सीखेंगे।

 

 

 

 

 

झरिया में जेएनटीवीटीआई सेंटर का उद्घाटन 23 अगस्त, 2019 को हुआ था। माइनिंग सुपरवाइजर 4वां प्रोग्राम है, जिसे इस वर्ष पिछले वर्ष शुरु किये गये साइट सेफ्टी सुपरवाइजर प्रोग्राम, मैकेनिकल फिटर-सह-रिगर प्रोग्राम और इलेक्ट्रीशियन ट्रेनिंग प्रोग्राम के साथ पेश किया गया है। इन नियमित तकनीकी पाठ्यक्रमों में अब तक 190 से अधिक प्रशिक्षुओं ने नामांकन कराया है।

 

 

समुदाय को वापस देने के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराते हुए जेएनटीवीटीआई का उद्देश्य ओडिशा और झारखंड के युवाओं को प्रासंगिक और मांग वाले ट्रेडों में निपुण करना है। प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले एसटी/एससी उम्मीदवार को प्रशिक्षण के सफल समापन के अंत में पाठ्यक्रम शुल्क के आंशिक या पूर्ण प्रतिपूर्ति (उनके प्रदर्शन के आधार पर) का लाभ दिया जायेगा। टाटा स्टील द्वारा कोई रोजगार नहीं दिया जाएगा। हालांकि, जेएनटीवीटीआई ट्रस्ट उपयुक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने में सफल प्रशिक्षुओं की मदद करने की कोशिश जरूर करेगा। वर्तमान में 5 जेएनटीवीटीआई सेंटर्स हैं। इनमें से दो जमशेदपुर और एक-एक जोडा, कलिंगानगर और झरिया में संचालित किया जा रहा है।

 

 

सुपरवाइजर कोर्स के लिए न्यूनतम सीटीसी आश्वासन 2.45 लाख रुपये प्रति वर्ष है और अन्य कोर्स के लिए यह 2.16 लाख रुपये प्रति वर्ष है। यह डिप्लोमा धारकों के लिए औसत पॉलिटेक्निक वेतन से 1.5 गुना अधिक है। नये कोर्स में दाखिला चल रहा है और निकट भविष्य में जेएनटीवीटीआई महत्वपूर्ण विकास के लिए तैयार है। इच्छुक विद्यार्थी/उम्मीदवार www.jntvti.com पर कोर्स (पाठ्यक्रमों) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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