देश में कोरोना वायरस के 492 संक्रमित, झारखण्ड में 77 की हुई जाँच, जाने कोरोना पर झारखण्ड सरकार की तैयारी-

AJ डेस्क: स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में CoronaVirus संक्रमितों की संख्या 492 हो चुकी है। 24 मार्च को जारी रिपोर्ट के मुताबिक 37 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है और 9 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इस बीच बड़ी राहत की खबर यह है कि झारखंड में अभी तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अभी तक कुल 77 लोगों के सैंपल की जांच हुई है। इनमें से 61 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उनमें कोरोना के होने की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि 16 लोगों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

 

 

सोमवार को भी झारखंड से कुल 16 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें से छह सैंपल रिम्स, सात सैंपल एमजीएम, दो सैंपल पलामू तथा एक सैंपल बोकारो से लिए गए। सभी सैंपल की जांच एमजीएम, जमशेदपुर में होगी। इधर, स्वास्थ्य विभाग चीन, इटली एवं अन्य देशों से लौटे 450 यात्रियों पर लगातार निगरानी रख रहा है। इनमें से 128 लोगों का 28 दिनों का आइसोलेशन पीरियड भी खत्म हो गया है।

 

 

राज्य सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए राज्य से लेकर गांव स्तर पर समन्वय समितियों का गठन कर दिया है। राज्य स्तरीय समन्वय समिति में सदस्य के रूप में शामिल सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव शाम 5:00 बजे तक सभी जिलों से रिपोर्ट लेकर समिति को उपलब्ध कराएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक दिन 6:00 बजे राज्य की जनता के लिए बुलेटिन जारी किया जाएगा।

 

 

जिला स्तरीय समिति प्रखंड स्तरीय समिति से प्रत्येक दिन जानकारी प्राप्त करेगी एवं उनका तत्काल समाधान करेगी। प्रत्येक जिला में कंट्रोल रूम की स्थापना एवं संचालन करेगी। पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस एवं ममता वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। प्रखंड स्तरीय समिति से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कोरोना से प्रभावित मरीजों को क्वारेंटाइन केंद्र से अस्पताल तक मंगवाने की व्यवस्था करेगी। आवश्यक सामग्री की उपलब्धता एवं बाजार में मूल्यों की लगातार निगरानी रखेगी। राज्य स्तरीय समिति को लगातार स्थिति से अवगत कराते हुए प्राप्त निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा। शहरी निकाय के क्षेत्रों में पर्याप्त प्रचार-प्रसार एवं सुविधा उपलब्ध कराने भी समिति का काम होगा।

 

 

प्रखंड स्तरीय समिति के भी कार्य निर्धारित कर दिए गए हैं। पंचायत समिति के नियंत्रण में 5 एंबुलेंस या ममता वाहन एवं पांच मालवाहक वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक प्रखंड में क्वॉरेंटाइन केंद्र की शुरुआत एवं संचालन करना तथा इन केंद्रों पर सामान्य चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराना भी इस समिति का काम होगा। अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण की जानकारी मिलती है तो तुरंत प्रखंड में बने क्वॉरेंटाइन केंद्र में उसे शिफ्ट करना तथा उसके सैंपल जांच के लिए जांच केंद्र में भेजना इसका काम होगा। साथ ही जिला स्तरीय समिति के निर्देशों का पालन करना होगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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