वेतन और हेल्थ की गारंटी लेने पर ही झारखण्ड के कुशल मजदूर बाहर जाएंगे
AJ डेस्क: झारखंड सरकार के ग्रामीण विकाश मंत्री आलमगीर आलम रविवार को पाकुड़ से रांची जाने के क्रम में धनबाद सर्किट हाउस पहुंचे। जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक एवं कांग्रेस नेता जलवेश्वर महतो की अगुवाई में स्वागत किया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए आलमगीर आलम ने कहा कि दूसरे राज्यों को झारखंड सरकार से कोरोना संक्रमण काल मे पहले एमओयू करना होगा तभी कुशल झारखंडी मजदूर यहां से भेजे जाएंगे। कम्पनियों को मजदूरों के बेहतर स्वास्थ्य वेतन और सुरक्षा की गारंटी लेनी होगी। वहीं मनरेगा के सुधार के सम्बंध में उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत प्रयास से उन्होंने मजदूरी बढ़वाई, अब 192 रूपये मजदूरी मिल रही है।
साथ हीं पूर्वर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 20 साल से मनरेगा में बिचौलियों का राज कायम है। लेकिन जल्द ही उसपर लगाम लगेगी। डोभा अथवा तालाब खुदाई में JCB से कोई काम नही होगा। अगर कोई करते हुए पकड़ा जाता है तो उसपर त्वरित कार्यवाई होगी। जबकि जिला परिषद अध्यक्ष और DDC के बीच तल्खी से विकाश के कार्य ठप होने सम्बन्धित सवाल के जवाब में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है।एक सप्ताह के भीतर सरकार संज्ञान लेगी।
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