दो पत्रकारों के निधन से पत्रकार जगत में शोक की लहर
AJ डेस्क: झारखंड में गुरुवार को दो पत्रकारों के असमय मौत से पूरे पत्रकार जगत में शोक का लहर दौड़ गया है। एक तरफ जहां समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) के झारखंड ब्यूरो चीफ पी.वी.रामानुजम ने अपने घर पर फंदे से झूल कर आत्महत्या कर लिया तो वहीं दूसरी ओर धनबाद के वरिष्ठ पत्रकार संजीव सिंहा की कोरोना से मौत हो गई। उनका इलाज रांची रिम्स में चल रहा था।
जानकारी के असुर देश की प्रमुख संवाद एजेंसी पीटीआई के झारखंड ब्यूरो चीफ पी. वी. रामानुजम ने गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने गुरुवार को यहां बताया कि 56 वर्षीय श्री रामानुजम बुधवार रात करीब एक बजे सोने गए। उनकी पत्नी आज सुबह साढ़े पांच बजे जगी तो उन्हें श्री रामानुजम नहीं दिखे और कमरे का दरवाजा भी बाहर से बंद था। धक्का देकर दरवाजा खोला तो श्री रामानुजम को पंखे से लटकता पाया। उन्होंने बिछावन की चादर से फंदा बनाया था।
वहीं धनबाद के वरिष्ठ पत्रकार संजीव सिन्हा भी अब हमारे बीच नहीं रहे। गुरुवार सुबह रांची रिम्स में उनका निधन हो गया। वे कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गये थे। वह दैनिक जागरण के आसनसोल कार्यालय में वरीय संवाददाता के रूप में काम कर रहे थे। हर दिन मैथन स्थित आवास से वह आसनसोल आना-जाना करते थे।
सूबे के दो वरिष्ठ पत्रकारों के असमय निधन पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा इन पत्रकारों का चले जाना पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी पत्रकारिता से कई पत्रकारों को मार्गदर्शन एवं प्रेरणा मिली है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। मेरी संवेदना उनके परिजनों के साथ हैं। भगवान उन्हें दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दें।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भी इन दोनों पत्रकारों के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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