वह दिन दूर नहीं, जब मजदूर अपने काबिलियत पर उद्योगपति बन जाएं- रवि

AJ डेस्क: अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन आईएलओ द्वारा पांच दिवसीय मत देना मध्यांतर का प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से तमाम श्रमिक संघ इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस), भारतीय मजदूर संघ, सेवा (सेल्फ एम्प्लॉयमेंट वूमेंस एसोसिएशन), aituc, nfitu (नेशनल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन) से आए 30 सदस्यों ने हिस्सा लिया।

 

 

इसके लिए इंटक के राष्ट्रीय स्तर पर 5 लोगों को प्रशिक्षण के लिए चुना गया। झारखंड राज्य से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूथ इंटक के राष्ट्रीय सचिव कुमार रवि चौबे का चयन हुआ और झारखंड से सभी श्रमिक संघ से सिर्फ रवि चौबे ने इस कार्यक्रम में चयनित होकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।

 

 

इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कॉरोना और देशव्यापी लॉकडाउन से उत्पन्न हुए आर्थिक अराजकता मजदूर साथियों, प्रवासी मजदूर के जीवोपार्जन की समस्या को ध्यान में रखते हुए उनके बेहतर कल और उनके हुनर से कैसे श्रमिक उद्यमी/ छोटे व्यवसाय कर सकते हैं और अपना बेहतर कल बना सकते हैं पर चर्चा हुई। इस प्रशिक्षण में आईएलओ की निर्देशक मिस डगमर वाल्टर, विशेष उद्यमी कैल्विंस अर्जेंट और हेलो एवरेस्ट कार्यक्रम अधिकारी सुल्तान अहमद और सुदीप्ता भद्रा ने मजदूरों की समस्याओं पर अपनी बात रखी।

 

 

इसपर रवि चौबे ने सर्वप्रथम अपने इंटक के पदाधिकारी खासतौर से यूथ इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गाबा और इंटर के राष्ट्रीय सचिव राजू साहब का धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम के तहत विभिन्न संगठनो के लोगों से रूबरू होने का उनकी संघ संगठन के बारे में जानने का और मजदूरों के प्रति कितने सुचारू रूप से कोई इंसान संगठन को मजबूती देते हुए मजदूर साथियों को सव स्वतंत्र होकर उद्यमी बना सकते हैं यह सीखने को मिला। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ सालों में हमारे मजदूर साथी इस काबिल हो जाएंगे कि वह अपने आप ही अपने उद्यम की स्थापना कर पाए।”

 

 

 

 

 

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