पत्रकार अर्नब को मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार, गृह मंत्री ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों को लताड़ा

AJ डेस्क: रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह मुंबई पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है। साथ ही अर्नब के साथ बदसलूकी भी की गई है। गौर करने वाली बात है कि इस दौरान पुलिस के पास किसी भी तरह का समन, दस्तावेज या अदालत के कागजात नहीं थे।

 

 

वहीं अर्नब की गिरफ्तारी की चारों ओर निंदा हो रही है। लोग जल्द से जल्द उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। देश के केंद्रीय मंत्रियों ने इस कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गृह मंत्री अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, रेल मंत्री पीयूष गोयल, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तक ने ट्वीट करते हुए इस घटना की निंदा की है।

 

 

देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है।”

 

 

 

इसके साथ ही देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ”वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी गंभीर रूप से निंदनीय, अनुचित और चिंताजनक है। हमने 1975 के आपातकाल का विरोध करते हुए प्रेस की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी।”

 

 

रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि, ‘सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने खुलकर नरेंद्र मोदी और संस्थानों पर हमला किया। लेकिन आज वो पूरी तरह से महाराष्ट्र की सरकार जिस तरह से प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला कर रही है उसपर चुप हैं। ऐसा क्यों?’

 

 

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि महाराष्ट्र में मीडिया की स्वतंत्रता पर इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। ये फासीवादी कदम अघोषित आपातकाल का संकेत है। अर्नब गोस्वामी पर हमला सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण है। हम सभी को भारत के लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।

 

 

सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हम महाराष्ट्र में मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले की निंदा करते हैं। ये मीडिया से व्यवहार करने का तरीका नहीं है। ये हमें आपातकाल की याद दिलाता है जब मीडिया के साथ ऐसा व्यवहार किया गया था।

 

 

वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि मीडिया के जो लोग आज अर्नब के समर्थन में खड़े नहीं हैं, वो फासीवाद के समर्थन में हैं। आप अर्नब को पसंद नहीं करते हों, आप उन्हें स्वीकार नहीं करते हों, आप उसके अस्तित्व को तुच्छ समझते हों। लेकिन अगर आप चुप रहते हैं तो आप दमन का समर्थन करते हैं। कौन बोलेगा अगर अगला नंबर आपका हो।

 

 

क्या है मामला-

वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने भी अर्नब की गिरफ्तारी की निंदा की है। महेश जेठमलानी ने कहा है कि, ‘अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी एक मामले में की गई जिसमें कुछ साल पहले एक क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई थी। अगर पुलिस फिर से केस खोलती भी है तो भी गिरफ्तारी पूरी तरह गलत है। ये बदले की भावना से की गई कार्रवाई है।’

 

 

 

 

 

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