सीमा पर दिवाली मनाने पहुंचे PM मोदी ने कहा- विस्तारवादी से दुनिया परेशान

AJ डेस्क: पीएम मोदी एक बार फिर अपनी दिवाली सीमा पर सैनिकों के साथ मना रहे हैं। राजस्थान के जैसलमेर स्थित लोंगेवाला बॉर्डर पर दिवाली मनाने पहुंचे पीएम मोदी ने जवानों से मुलाकात कर उन्हें मिठाईयां भेंट की और फिर संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आप हैं तो देश हैं, देश के लोगों की खुशियां हैं, उनके त्योहार हैं। मैं आज आपके लिए हर देशवासियों की शुभकामनाएं और प्यार लेकर आया हूं। इस दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा,’आज भारत आतंक के आकाओं को उनके घर में घुसकर मारता है। आज दुनिया ये जान रही है कि ये देश अपने हित के लिए किसी से समझौता नहीं करने वाला है और ये सब आपके कारण हुआ है।’

 

 

विस्तारवाद की नीति से दुनिया परेशान-

‘आज भारत वैश्वकि मंचों पर प्रखरता के साथ अपनी बात रखता है। आज पुरी दुनिया विस्तारवादी ताकतों से परेशान है। विस्तारवाद एक तरह से मानसिक विकृति है जो 18 शताब्दी की मानसिकता को प्रदर्शित करता है। भारत प्रखरता से आगे बढ़ रहा है। आज भारत डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रयास कर रहा है। हाल में भारत ने तय किया है कि वो सुरक्षा से जुड़े उपकरण अब विदेशों से नहीं लेगा।’

 

 

 

वोकल फॉर लोकल की बात-

वोकल फॉर लोकल के बारे में बात करते हुए पीएम ने कहा, ‘130 करोड़ देशवासियों की तरफ से ऐसा मैसेज गया और वो था- वोकल फॉर लोकल होने का। मैं आज देश के नौजवानों से, सेनाओं से, सुरक्षाबलों से, पैरामेडिकल बलों से आग्रह करता हं कि इस प्रकार निर्णयों के तहत ऐसे ऐसे चीजों का निर्माण करें जिससे देश की ताकत बढ़ेगी। हाल के दिनों में कई स्टार्ट अप देश को आगे बढ़ाने के लिए आगे आए हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बहुत जरूरी है। आज भारत की रणनीति बहुत स्पष्ट है। आज का भारत समझने और समझाने की नीति पर विश्वास करता है। अगर हमें आजमाने की कोशिश की तो फिर जवाब भी उतना ही प्रचंड मिलेगा। देश की अखंडता देशवासियों की एकता पर निर्भर करती है।’

 

 

दूसरी बार शपथ लेने के बाद पहला फैसला सैनिकों के लिए-

दूसरी बार पीेएम पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले फैसले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘सीमा की सुरक्षा, सुरक्षाबलों की शक्ति की साथ जुड़ी है। सीमा पर हमारे जांबाजों का मनोबल ऊंचा रहे इसलिए उनकी जरूरत देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। बीते समय में सैनिकों के बच्चों की शिक्षा और रोजगार को लेकर भी कई फैसले लिए गए। मैंने दूसरी बार जब शपथ ली थी तो मेरा पहला फैसला ही सैनिकों की बच्चों को लेकर था जिसमें स्कॉलरशिप को बढ़ाया।’

 

 

सैनिकों की तारीफ की-

पीएम मोदी ने सैनिकों की तारीफ करते हुए कहा, ‘सीमा पर रहकर आप जो त्याग और तपस्या करते हैं वह देश में विश्वास का वातावरण बनाता है औऱ देशवासियों के मन में विश्वास लाता है कि मिलकर कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना कर सकता है। इतने दिनों से देश अपने 80 करोड़ से अधिक नागरिकों की व्यवस्था कर रहा है। देशवासियों की मदद से अर्थव्वयस्था को पटरी पर लाने की कोशिश हो रही है जिसका परिणाम है कि कई सेक्टर में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। इन सबका श्रेय आपको, सीमा पर डटे जवानों को जाता है। आप निश्चित होकर सेवा करें प्रत्येक देश आपके साथ है।’

 

 

 

 

1971 में पाकिस्तान को मिली थी शिकस्त-

1971 में जब भारत पाकिस्तान युद्ध हुआ था तो उसकी शुरूआत यहीं से हुई थी। इश दौरान भारत ने पाकिस्तानी खेमे में जो तबाही के निशान छोड़े थे उसे पाकिस्तान आज भी नहीं भूल पाता है। तीन दर्जन से अधिक टैंकों के साथ युद्ध करने आए पाकिस्तान के 3 हजार से अधिक सैनिकों को जो शिकस्त इश दौरान मिली थी उसकी टीस पाकिस्तान को हमेशा रहेगी।

 

 

 

 

 

 

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