हमला के बाद : ‘ऐसा लगा जैसे अपने देश में हूँ ही नहीं’- कैलाश विजयवर्गीय

AJ डेस्क: बीजेपी के महासचिव व प्रदेश बीजेपी के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जिस तरह से बंगाल में बीजेपी नेताओं पर हमले हुए यह पूरी तरह से प्रजातंत्र की हत्या है। ऐसा लग रहा था कि जैसे वह अपने देश में नहीं, बल्कि विदेश की धरती पर हैं और उन पर हमले हो रहे हैं। पुलिस की उपस्थिति में बीजेपी नेताओं पर हमले हुए। इससे साबित होता है कि ‘भाइपो’ (भतीजे) के गुंडे को पुलिस का भय नहीं है।

 

 

बता दें कि डायमंड हार्बर जाने के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय और दिलीप घोष सहित बीजेपी के अन्य नेताओं की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और काफिले पर हमले हुए। मामले पर जेपी नड्डा का भी बयान आया। उन्होंने कहा कि मुकुल राय और कैलाश विजयवर्गीय हमले में घायल हुए हैं। नड्डा बोले कि वह बुलेटप्रूफ कार में थे इसलिए सेफ हैं।

 

 

 

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘मैं इस हमले की आशंका थी। हमने जिले के एसपी को इसकी सूचना दी थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी सूचित किया था। उसके बाद सेंट्रल फोर्स की संख्या बढ़ी थी, लेकिन उसके बावजूद जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमले हुए। बीजेपी नेताओं पर हमले हुए हैं। उससे साफ है कि बंगाल में पूरी तरह से आराजकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें हाथ और पैर में चोट लगी है। उनकी सुरक्षा स्टाफ को भी चोट लगी है। उनकी गाड़ी को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है।’

 

 

 

विजयवर्गीय ने कहा कि इससे साफ हो जाता है कि बंगाल में पुलिस को ‘भाइपो’ से डर है। यह पूछे जाने पर क्या केंद्र सरकार कोई कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में जिस तरह से राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमला हुआ है। जिस तरह से उनलोगों की गाड़ियों पर हमले हुए। उस समय लग रहा था कि वह अपने देश में नहीं, बल्कि किसी दूसरे देश में हैं और बंगाल की जनता चुनाव में इसका जवाब देगी।

 

 

 

 

 

 

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