ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना प्रकोप को रोकने के लिए प्रशासन ने कसा कमर

AJ डेस्क: ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने शनिवार को सर्किट हाउस स्थित कोविड वार रूम से डीडीसी, वरीय इंसीडेंट कमांडर, सभी इंसीडट कमांडर, बीडीओ, सीओ, डीएसपी, थाना प्रभारी, सिविल सर्जन, आईडीएसपी के साथ ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।

 

 

उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को रोकना हम सबकी प्राथमिकता है। साथ मिलकर, समन्वय स्थापित कर, इस महामारी पर काबू पाने में सफल हो सकते हैं। जब तक हम जागरूक नहीं होंगे तब तक संक्रमण पर कंट्रोल नहीं कर सकेंगे। जानकारी ही बचाव का एकमात्र रास्ता है। लोगों को जागरुक करने के लिए जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग ले। आईडीएसपी सेल ने प्रखंड एवं पंचायत वार अध्ययन कर पिछले 10 दिनों का संक्रमण एवं मृत्यु दर का अध्ययन किया है। इससे हॉटस्पॉट की पहचान आसानी से की जा सकती है।

 

 

बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सोमवार से ग्रामीण क्षेत्रों में सिवियर एक्युट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआइ) का सर्वे शुरू किया जाएगा। सर्वे के लिए उन्होंने चार्ट के माध्यम से विस्तृत दिशा निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सर्वे से पूर्व सर्वे की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देंगे। सर्वे करने वाली टीम के पास पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल गन तथा सुरक्षा के अन्य उपकरण रहेंगे। टीम द्वारा हर परिवार के सदस्य का सर्वे कर उनके वाइटल्स को चार्ट में दर्ज करना होगा।

 

 

हॉटस्पॉट के लिए एसओपी की जानकारी देते हुए उपायुक्त ने कहा हॉटस्पॉट चिह्नित करने के बाद एपी सेंटर चिह्नित कर 50 से 100 मीटर के रेडियस को संबंधित बीडीओ व सीओ 12 घंटे के अंदर पूरी तरह से सील व उसकी बैरिकेडिंग करेंगे। यह भी सुनिश्चित करेंगे कि हॉटस्पॉट में कोरोना संक्रमण की चेन को रोका जा सके। हॉटस्पॉट में कंटेनमेंट जोन 14 दिनों के लिए मान्य होगा। सभी प्रकार का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। विशेष परिस्थिति में बीडीओ, सीओ की अनुमति से आवागमन की अनुमति दी जाएगी। पीडीएस, राशन, दवाई दुकान इत्यादि की आपूर्ति के लिए आपूर्तिकर्ता की डिटेल सूचना का प्रचार प्रसार किया जाएगा। होम डिलीवरी के माध्यम से आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति की जाएगी। हॉटस्पॉट में शत-प्रतिशत लोगों की जांच आरएटी, आरटी पीसीआर या ट्रू-नाट से की जाएगी।

 

 

कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकोल एसओपी पर कहा कोरोना क्षमता वाले संभावित क्षेत्र में प्रखंड के सेविका, सहायिका, सहिया, पोषण सखी का एक संयुक्त जांच दल सिवियर एक्युट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआरआइ) का सर्वे करेगा। जांच दल के पास पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल गन तथा अन्य सुरक्षा उपकरण रहेंगे। जांच के क्रम में कोरोना के हल्के एवं गंभीर लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित किया जाएगा।

 

हल्के लक्षण वाले 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों को हिम्मत ऐप एवं स्वरक्षा ऐप के माध्यम से होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान करे। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन के लिए अनुकूल स्थिति न हो तब संक्रमित व्यक्ति को संस्थागत कोविड हेल्थ फैसिलिटी में भेजे। होम आइसोलेशन में रहने वाले की सामुदायिक निगरानी होगी। उपायुक्त ने कहा कि बाघमारा, तोपचांची, टुंडी एवं पूर्वी टुंडी प्रखंड में अगले दो-तीन दिनों के अंदर कम से कम 10 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड तैयार कराए जाएंगे।

 

 

 

 

 

 

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