TSF ने जामाडोबा व सिजुआ के 175 छात्र- छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग दिलाया

AJ डेस्क: अपने परिचालन क्षेत्रों और इसके आसपास रहने वाले विद्यार्थियों के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से टाटा स्टील का झरिया डिवीजन क्षेत्र में समुदाय के विद्यार्थियों को सशक्त बनाने का काम कर रहा है। टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) ने इस पहल की अगुआई करते हुए जामाडोबा और सिजुआ एरिया के नौवीं और दसवीं कक्षा के 175 से अधिक छात्र-छात्राओं को निःशुल्क प्री-मैट्रिक कोचिंग (पीएमसी) प्रदान की।

 

 

इनमें से 70 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी और सभी ने परीक्षा उत्तीर्ण करने में सफलता प्राप्त की। परीक्षा में 39 विद्यार्थियों ने डिस्टिंक्शन (75ः से अधिक अंक) हासिल किया। 2020-21 के दौरान, कोविड प्रतिबंधों के कारण पीएमसी कक्षाओं का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया। जोड़ापोखर के शिव कुमार ने 90.2% अंक हासिल किए, जबकि कपूरिया के विक्रम कुमार साव 92.6% अंक हासिल कर अपने स्कूल के सेकेंड टॉपर बने।

 

 

विक्रम की मां शांति देवी कहती हैं, ‘ऑनलाइन कक्षाओं ने हमारे विद्यार्थियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की है। कक्षाएं नहीं होने से हम बेहद चिंतित थे और नतीजों को लेकर आशंकित थे। लेकिन मुझे बहुत गर्व है कि उन्होंने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है।’

 

 

क्षेत्र में ऐसे 17 केंद्र हैं, जहां इन कक्षाओं का आयोजन किया जाता है। आठवीं और दसवीं कक्षाओं के लिए प्री-मैट्रिक कोचिंग कक्षाएं दो भागों में संचालित होती हैं, जबकि छठी कक्षा से सातवीं कक्षा के लिए प्रीपैरेटरी कक्षाएं संचालित की जाती हैं। इन कक्षाओं के माध्यम से लगभग 3000 विद्यार्थी लाभान्वित होते हैं। गौरतलब है कि कि प्री-मैट्रिक कोचिंग 2012-13 से विद्यार्थियों को नयी दिशा देकर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहा है। कोचिंग के तहत विद्यार्थियों को परीक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अंग्रेजी, गणित और विज्ञान पर विशेष कक्षाओं की सुविधा प्रदान की जाती हैं। सभी शिक्षकों का चयन उनकी मेधा व शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाता है, इसके बाद एक साक्षात्कार होता है। प्री-मैट्रिक कोचिंग टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रमुख शैक्षिक हस्तक्षेपों में से एक है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए है कि वंचित समुदायों के योग्य छात्र-छात्राओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ हो।

 

 

2019-20 में परिचालन गांवों की आठवीं-दसवीं कक्षा के 2945 विद्यार्थियों के लिए 17 अलग-अलग केंद्रों में प्री-मैट्रिक कोचिंग कक्षाएं आयोजित की गईं। इनमें से 636 विद्यार्थी झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा आयोजित वार्षिक माध्यमिक बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए। 411 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी, 178 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी और शेष 47 विद्यार्थियों ने तृतीय श्रेणी हासिल की।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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