ED रेड में 25 करोड़ बरामद, PS के कारण मंत्री आलमगीर का भी नाम उछला
AJ डेस्क: झारखंड के रांची में ईडी की बड़ी कार्रवाई जारी है। ईडी ने कई ठिकानों पर छापेमारी कर बड़े पैमाने पर कैश बरामद किया है। झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल और उसके नौकर के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की है। जहां से भारी मात्रा में कैश बरामद किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, नकदी 20 से 30 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है। फिलहाल नोट गिनने वाली मशीनें मंगाई जा रही हैं। मामले में ईडी की कार्रवाई जारी है।
हलांकि ई़डी ने सोमवार सुबह रांची में कई जगहों पर छापेमारी की है। वहीं ईडी ने रांची के धुर्वा स्थित सेल सिटी सहित कई स्थानों पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है। फिलहाल ईडी की छापेमारी जारी है। संजीव लाल के आवास में भी छापेमारी जारी है। लगभग ईडी के 16 अधिकारी इस कार्रवाई में शामिल हैं।
वहीं ईडी का मानना है कि यह काली कमाई का हिस्सा है। दरअसल ईडी 10 हजार रुपये रिश्वत के मामले की जांच कर रही थी और उसी दौरान ईडी को कुछ ऐसी कड़ियां मिली जिसके तार मंत्री तक जुड़ते नजर आए। ईडी को जानकारी मिली थी कि आलमगीर आलम के मंत्रालय में भ्रष्टाचार चल रहा था और ये पैसा नौकरों के घर पर जा रहा था। इसके बाद ईडी ने आलमगीर के निजी सचिव के नौकर के घर पर छापेमारी की गई और वहां इतना कैश देखकर ईडी भी हैरान रह गई।
ज्ञात हो आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के चार बार विधायक रहे हैं और अभी राज्य सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं। इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रहे थे। विरासत में राजनीति मिलने के बाद आलमगीर ने सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में प्रवेश किया। 2000 में पहली बार वह विधायक बने और तब से लेकर अभी तक 4 बार विधायक बन चुके हैं।