भागलपुर धमाका में मृतकों की संख्या 14 हुई, थानेदार निलंबित
AJ डेस्क: भागलपुर में हुए विस्फोट की जांच की जिम्मेवारी बिहार ATS को मिली है। पुलिस मुख्यालय की तरफ से इस घटना की जांच के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। शुक्रवार शाम ATS की बम स्क्वायड की टीम पटना से भागलपुर के लिए रवाना हुई है। वह पहुंच कर बम धमाके की जांच करेंगे। इस टीम में 4 सदस्य शामिल हैं।
शुक्रवार को पटना में ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह ने कहा, ‘भागलपुर के ततारपुर थाना के तहत काजवली चक इलाके में यह विस्फोट हुआ है। पुलिस मुख्यालय भी दावा कर रही है कि पटाखा बनाने के दौरान यह घटना हुई है। अचानक से गुरुवार रात में विस्फोट हुआ। घटना में कुछ की मौत मौके पर तो कुछ की मौत इलाज के दौरान हुई।’
ADG के अनुसार, अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इस बारे में भागलपुर के SSP की तरफ से डिटेल जांच रिपोर्ट दी जाएगी। ADG ने कहा कि यह बात सही है कि इस विस्फोट की डेंसिटी काफी अधिक थी। इससे आसपास के घरों को भी नुकसान हुआ है। इस मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। कुछ दिनों पहले भी भागलपुर में विस्फोट की घटनाएं हो रही थी। उस समय भी ATS को जांच करने की जिम्मेवारी दी गई थी। इस घटना की भी जांच ATS से कराई जाएगी। अगर स्थानीय थाना स्तर पर भी कोई गड़बड़ी हुई होगी तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।
ब्लास्ट की इस घटना के बाद बातें तो कई प्रकार की हो रही हैं। भागलपुर से लेकर पटना पुलिस मुख्यालय तक के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पटाखा बनाने के दौरान ही धमाका हुआ है, लेकिन घटनास्थल के हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं। घायलों से बातचीत में भी पटाखे वाली बात स्पष्ट नहीं हो रही है। दूसरी तरफ स्थानीय सूत्र बता रहे हैं कि जिस लीलावती के घर में यह विस्फोट हुआ, उसके घर में हर वक्त 8 से 10 बोरा विस्फोटक रहता है। जबकि, पिछले 21 सालों से उसके पास पटाखा बनाने का कोई लाइसेंस नहीं है।