पुलिस और कांग्रेसियों से प्रताड़ित हुई युवती को आखिर कौन देगा न्याय?
AJ डेस्क: संपत्ति विवाद को लेकर पिछले महीने से जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाती हुई एक युवती धरने पर बैठी है। जिसे कांग्रेसियों ने शुक्रवार की सुबह धरनास्थल से उठाकर बाहर कर दिया। साथ ही उसके न्याय की मांग वाले बैनर को भी फाड़ कर फेंक दिया। इस कृत्य की युवती द्वारा विरोध किए जाने पर कांग्रेसियों ने अपना हाथ नहीं होने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लिया।
इसके बाद युवती ने बैनर फाड़े जाने और न्याय की मांग की गुहार लगाते हुए सड़क के बीचो बीच ही धरने पर बैठ गई। जिसके बाद झारखंड पुलिस की महिला जवानों ने बल प्रयोग करते हुए उसे सड़क से उठाकर फेंक दिया। पुलिस द्वारा लड़की के साथ हुई धक्का मुक्की के दौरान युवती सड़क पर सिर के बल गिर पड़ी। जिससे उसके सिर के पिछले हिस्से में चोट लग गई। जिससे युवती वहीं बेहोश हो गई। लेकिन महिला पुलिस कर्मियों का दिल नहीं पिघला। उन्होंने बेहोश युवती को जानवर की भांति उठाकर वहीं पास के धरना स्थल के एक हिस्से में लिटा कर गायब हो गई।

वहीं दूसरी ओर धरना स्थल पर पिछले कई दिनों से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठी नवनियुक्त होमगार्ड की महिला जवानों ने उसे होश में लाने का अथक प्रयास किया। किसी ने उसे पानी के छींटे मारे, तो किसी ने उसके चेहरे पर हवा किया। परंतु युवती की स्थिति गंभीर बनी रही। दूसरी तरफ धरना दे रहे कांग्रेसियों से युवती के साथ हुए कृत्य के बावत मीडिया ने सवाल पूछा तो उन्होंने ऐसी किसी भी घटना में हाथ होने से साफ इनकार कर दिया।
