केंदुआ में तांडव, घर में घुसकर मारा, खूब चलाई गोलियां, पुलिस को सुनाई नहीं दी आवाज
AJ डेस्क: केंदुआडीह गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। उत्पातियोंं ने घर में घुस कर महिला बच्चों तक को पीटा। वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। कई के सर फाड़ दिया। पुलिस अब जांच कर रही है। पीड़ित का कहना है कि थाना वाले उल्टे डांट रहे हैं कि उन्हें गोली की आवाज क्यों नही सुनाई दी।
गुरुवार की देर रात केंदुआ के वासुदेवपुर खटाल बस्ती पर हथियार से लैस पचासों उपद्रवियों ने हमला बोल दिया। बस्ती में दहशत फैलाने के नियत से हमलावरों ने ताबड़तोड़ दर्जनों राउंड फायरिंग किया और घर में घुस घुस कर महिला, बच्चों तक को पीटा। लूटपाट की और जमकर तोड़फोड़ किया। चार लोग जख्मी हुए हैं।
घटना की पटकथा एक दिन पहले लिखी जा चुकी थी। बुधवार को यादव बस्ती और केंदुआ खटाल वालों के बीच मारपीट की घटना घटी थी। मामला थाना तक पहुंचा था। पुलिस इसे गंभीरता से लेती तो बुधवार के बाद पुनः गुरुवार को प्रतिक्रिया में यह घटना नहीं घटती।
यादव बस्ती के लोगों की मानें तो विवाद का जड़ कोयला का अवैध कारोबार है। एक गुट बाइक से कोयला ढुलाई करता है तो दूसरा छोटे चार पहिया वाहनों से अवैध कोयला का धंधा करता है। कोयला के अवैध कारोबारी रात के अंधेरे में वहां पियकड़ी भी करते हैं और उधर से गुजरने वाली महिला, युवतियों के साथ छेड़खानी भी करते हैं।
केंदुआ के दो गुटों के बीच हुई हिंसक वारदात के बाद भी स्थानीय पुलिस हरकत में नही आई है। हमलावरों ने खुलेआम फायरिंग किया है। पुलिस अवैध हथियार बरामद करने का प्रयास तक नहीं की। एक पीड़ित महिला का बयान है कि घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस वाले उल्टे उन्हें ही डांट रहे थे कि गोली की आवाज उन्हें (पुलिस को) सुनाई नहीं दी फिर सिर्फ तुमलोगों को कैसे सुनाई पड़ गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि केंदुआ पुलिस न जाने क्यों मामले को गंभीरता से नहीं ले रही। पुलिस समय रहते कार्रवाई नहीं करती है तो क्रिया प्रतिक्रिया के खेल में किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। क्षेत्र अशांत हो जाएगा।