भूली के दो कॉलोनी में BTA ने किया सर्वे, इस कार्रवाई से लोग अचंभित
AJ डेस्क: बीसीसीएल के बिटीए अधिकारियों द्वारा बड़े ही अजीब ढंग से सोमवार को श्रमिक नगरी भूली के ए ब्लॉक में महज दो कॉलोनी एवं उसके आसपास बने झोपड़ियों का सर्वे किया गया। बिटीए की चार सदस्यीय टीम उक्त कॉलोनी में घूमकर बीसीसीएल और गैर बीसीसीएल वालों का नाम और आवास संख्या लिख कर ले गई। सर्वे कर रहे टीम ने बताया कि यह सर्वे बिटीए के प्रशासक के आदेश पर किया जा रहा है। लेकिन यह सर्वे महज इन दो कॉलोनियों के लिए ही क्यों है? इसका जवाब सर्वे टीम नही दे सकी।
आज सुबह करीब 11:30 बजे बिटीए की चार सदस्यीय टीम ने ए ब्लॉक स्थित आवास संख्या 335 से 358 और आवास संख्या 359 से 382 में रह रहे लोगों का सर्वे करने पहुंची। इस दौरान इन दो कॉलोनी के बगल में झोपड़ी बना कर रह रहे लोगों का भी नाम टीम ने अपने रजिस्टर में दर्ज किया। टीम का कहना था कि बिटीए प्रशासक के आदेश पर यह सर्वे किया गया। लेकिन यह सर्वे सिर्फ इन्ही दो कॉलोनी में ही क्यों किया गया? इस सवाल पर सर्वे टीम ने चुप्पी साध ली।
वहीं कॉलोनी में रहने वाले पिंटू, चुन्ना, धर्मेंद्र आदि लोगों ने बताया कि आवास संख्या 335 से 358 में रह रहे लोगों के कॉलोनी से निकलने वाले रास्ते के बगल में एक दुकान लगाया गया है। यह दुकान मुख्य नाले के ऊपर रखा गया है, जिसका विरोध करते हुए कॉलोनी वालों ने उक्त दुकान को वहाँ से हटवाने के लिए बिटीए प्रशासक को एक आवेदन दिया था। लेकिन बिटीए द्वारा उक्त दुकान को हटाने की जगह लोगों में भय पैदा करने के मकसद से उल्टा यह सर्वे किया गया। लोगों का कहना था कि जब बिटीए को सर्वे ही करना था तो वह पूरे भूली का सर्वे कराती, सिर्फ इन्ही दो कॉलोनी में सर्वे करने की बात समझ से परे है। बिटीए प्रशासक की यह अन्यायपूर्ण कार्रवाई सरासर गलत है। एक अवैध दुकान को बचाने के लिए बिटीए यह खेल खेल रही है। लोगों ने कहा कि जब बात आशियाने की आएगी तो लोग किसी भी हद तक जाने को विवश हो जाएंगे। फिलहाल बिटीए की इस अजीब कार्रवाई से न सिर्फ लोगों में भय व्याप्त है, बल्कि लोगों में उबाल भी देखा जा रहा है।