केन्द्रीय वित्त मंत्री ने विष्णुपद मंदिर में किया पूजा, पिंडदान भी दिया
AJ डेस्क: गया जिले के लिए शुक्रवार का दिन खास है। भगवान बुद्ध की पवित्र भूमि बोधगया में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंच चुके हैं। बोधिवृक्ष के नीचे त्रिपिटक पूजा का उद्घाटन करेंगें। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने पूर्वजों का मोक्षदायिनी फल्गु नदी में पिंडदान किया। उसके बाद विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की चरणस्थली पर माथा टेका। सुबह अपने परिवार के सदस्यों के साथ अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए देवघाट पर पिंडदान व तर्पण किया है।
इधर, पूर्व राष्ट्रपति गया एयरपोर्ट पर 12:30 बजे पहुंचे। इसके बाद वह सड़क मार्ग से होते हुए दोपहर डेढ़ बजे बोधगया पहुंचे। उनके आगमन को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा के साथ ही चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है। दोपहर बाद पूर्व राष्ट्रपति महाबोधि में भगवान बुद्ध का दर्शन करेंगे। साथ ही पवित्र बोधि ट्री के नीचे दस दिवसीय त्रिपिटक चैटिंक समारोह का उद्घाटन वरीय बौद्ध भिक्षुओं के साथ करेंगे।
इसके बाद वे देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे। शुक्रवार को ही पूर्व राष्ट्रपति वापस लौट जाएंगे। त्रिपिटक चैटिंग समारोह में पूर्व राष्टपति के भाग लेने की सूचना से बौद्ध भिक्षुओं के बीच गजब का उत्साह है। हालांकि बोधगया में शुक्रवार की दोपहर से त्रिपिटक चैटिंग पूजा समारोह में पूर्व राष्ट्रपति के साथ बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को भी शरीक होना था, लेकिन उनकी यात्रा स्थगित कर दी गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपनी फैमिली के साथ गया पहुंच चुकी हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने बताया कि यह वित्त मंत्री का निजी कार्यक्रम है। वह केवल पिंडदान के निमित ही गया आई हैं। उन्होंने बताया कि इस मौके पर वित्त मंत्री ने खुद को मीडिया कर्मियों से दूर रखने की बात पुलिस प्रशासन व सुरक्षा कर्मियों को कहा है। दोपहर बाद वह वापस लौट जाएंगी।