स्वर्ण व्यवसाई को चलती ट्रेन से लेकर कूद गए लुटेरे, लूट के बाद हत्या

AJ डेस्क: बिहार के औरंगाबाद स्थित अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में एक स्वर्ण व्यवसायी से लूट और हत्या किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मृतक की पहचान रोहतास जिले के डेहरी के वार्ड-22 इदगाह मुहल्ला निवासी स्व. विष्णु चंद केसरी के पुत्र कृष्णदेव कुमार वर्मा के रूप में की गई है।
बताया जाता है कि स्वर्ण व्यवसायी था और वह सोने की किल का व्यापार करता था। वह व्यापार के सिलसिले में ही कोलकात्ता गया था और वापसी में ही उसके साथ यह हादसा हुआ। वह 13167 कोलकात्ता-आगरा कैंट एक्सप्रेस ट्रेन से कोलकात्ता से वापस अपने घर डेहरी लौट रहा था। ट्रेन के औरंगाबाद के अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन से आगे बढ़ते ही ट्रेन में यात्री के वेश में सवार अपराधियों ने यात्रियों से लूटपाट शुरू की। यात्रियों को लूटते हुए अपराधियों ने जब स्वर्ण व्यवसायी से लूट की कोशिश की तो उसने विरोध किया। विरोध पर एक अपराधी व्यवसायी को उसके बैग के साथ लेकर चलती ट्रेन से नीचे कूद गया। शुक्रवार की सुबह जम्होर थाना क्षेत्र में टिमल बिगहा के पास रेल ट्रैक के किनारे शव देखे जाने पर स्थानीय लोगो ने इसकी सूचना जम्होर थाना को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान मृतक की जेब से बरामद कागजातों से उसकी शिनाख्त हुई। शिनाख्त होने पर पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को दी। इस मामले में मृतक के परिजनों ने जम्होर पुलिस को प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है। आवेदन में मृतक के बड़े भाई सूर्यदेव प्रसाद वर्मा ने कहा है कि उनका छोटा भाई कृष्णदेव कुमार वर्मा 16 फरवरी को 13167 कोलकात्ता-आगरा कैंट ट्रेन से कलकत्ता से डेहरी के लिए वापस लौट रहा था। ट्रेन में ही अपराधकर्मियों द्वारा मेरे भाई के साथ सामान लूटने की नीयत से हाथापाई की गई और चलती ट्रेन से अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के पास टिमल बिगहा से दक्षिण मेरे भाई को लेकर अपराधी कूद गए तथा सारा सामान छीन कर हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया।

आवेदन में कहा गया है कि उनका छोटा भाई सोने का व्यापार करता था और उनके भाई से सोने का किल से भरा बैगा छिनकर अज्ञात अपराधियों द्वारा उसकी हत्या की गई है। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। जम्होर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी में अज्ञात अपराधियों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस अपराधियों की पहचान करने और उन्हे गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।