होलिका दहन का किस क्षेत्र में कब होगा शुभ मुहूर्त, क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य जानें

AJ डेस्क: फाल्गुन महीने की पूर्णिमा 6 और 7 मार्च 2023 को है, लेकिन सोमवार की पूरी रात पूर्णिमा रहेगी और मंगलवार को दिनभर रहेगी। होलिका दहन पूर्णिमा पर सूर्यास्त के बाद किया जाता है। इसे छोटी होली भी कहते हैं। होलिका दहन के अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है। पूर्णिमा तिथि दो दिन होने से इस बार होलिका दहन की डेट को लेकर लोगों में संशय की स्थिति है। आइए जानते हैं पंचांग के अनुसार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त।

 

 

इंदौर के एयरपोर्ट रोड स्थित दि. जैन नवग्रह जिनालय ग्रेटर बाबा परिसर में रविवार को 300 से अधिक ज्योतिषाचार्यों का महाकुंभ का आयोजन किया गया। जिसमें ज्योतिषाचार्यों ने प्राच्याविधा के साथ ही तिथि व ग्रहों की चाल पर विचार मंथन कर अपने विचार व्यक्त किए। ज्योतिषाचार्यों के इस महाकुंभ में इंदौर सहित देश-विदेश के जाने-माने ख्याति प्राप्त विद्वान ने शिरकत कर सभी को ज्योतिषी विद्या पर सभी का ध्यान केंद्रित किया। साथ ही हमारे जीवन में घटने वाली बाधाओं को बताया और इन बाधाओं पर अंकुश लगाने का उपाय भी बताया। श्री जैन प्राच्याविद्या अनुसंधान संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष आभा जैन एवं अधिवेशन संयोजक राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सभी ज्योतिषाचार्यों ने मंगलाचरण के साथ की। इसके पश्चात मुख्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित किया।

 

 

होलिका दहन के लिए प्रदोष काल पर सभी हुए एकमत-

पूर्व राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त पं. योगेंद्र महंत ने सभी ज्योतिषाचार्यों को अपने उद्बोधन में एक तिथि-एक त्योहार मनाने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने ज्योतिषियों व पंचांग हवाला देते हुए नगरवासियों से 6 मार्च को होलिका दहन करने की बात कही। वहीं आचार्य रामचंद्र शर्मा वैदिक ने दो तिथियों व होलिका दहन का संशय दूर किया। ग्रेटर बाबा में आयोजित महाकुंभ में ज्योतिषाचार्यों ने 6 या 7 मार्च का संशय दूर करते हुए उन्होंने देशभर से प्रकाशित पंचांग, धर्मसिंधु व निर्णयसिंधु का हवाला देते हुए कहा कि फाल्गुन पूर्णिमा 6 मार्च को प्रदोष काल में दहन शास्त्र सम्मत रहेगा साथ ही उन्होंने देश के पूर्वी क्षेत्रों में 7 मार्च को होलिका दहन करने की बात कही। पूर्वी भारत, में भारत के पूर्व के क्षेत्र आते हैं। इनमें पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार एवं झारखंड राज्य शामिल हैं। इस पर सभी एकमत दिखे।

 

 

पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार एवं झारखंड में होलिका दहन 2023 शुभ मुहूर्त-

फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि आरंभ- 06 मार्च, सोमवार को शाम 04 बजकर 17 मिनट से आरंभ।

 

फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि का समापन- 7 मार्च, मंगलवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर।

 

भद्रा- 6 मार्च को शाम 04 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर 7 मार्च को भद्रा सुबह 5 बजकर 15 मिनट तक।

 

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त- 07 मार्च, मंगलवार को शाम 06 बजकर 12 मिनट से रात 08 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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