संथाल के स्कूल शुक्रवार को बंद रहते हैं, हमें भी मंगलवार को छुट्टी चाहिए- शरमा
AJ डेस्क: टुंडी विधान सभा क्षेत्र के तोपचांची मदयडीह स्टेडियम में असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार को जन आशीर्वाद चुनावी सभा कर टुंडी से भाजपा प्रत्याशी विकास कुमार महतो के समर्थन में वोट की अपील की।
अपने संबोधन में हिमांता विश्वा सरमा ने कहा- “मैं असम से आया हूं, चार महीनों से झारखंड में रह रहा हूं, बहुत कुछ झारखंड के बारे में जाना और समझा भी, लेकिन आप लोग हमसे बेहतर जानते हैं और समझते हैं। राजमहल, पाकुड़ और जामताड़ा जैसे जिले में शुक्रवार को स्कूल बंद रहता है। वहां के लोगों ने बताया कि शिक्षकों को नमाज पढ़ना रहता है, इसलिए शुक्रवार को स्कूल बंद रहता है। हमे भी मंगलवार को स्कूल छुट्टी चाहिए। हमे हनुमान जी की पूजा के लिए मंदिर जाना पड़ता है।”
उन्होंने आगे कहा- “जो इरफान अंसारी और आलमगीर आलम बोलते हैं, वही हेमंत सोरेन करते हैं। हमारी देश की संस्कृति और सभ्यता को ये खत्म कर देना चाहते हैं। हेमंत सोरेन पाकिस्तान की संस्कृति हमारे यहां लाने का काम कर रहे हैं। रामनवमी में ये हमारे जुलूस निकलने पर रोक लगाते है। मोहर्रम का जुलूस यह निकलने देते हैं। यह सरकार हिन्दू समाज का विरोध करती है। यह देश प्रभु श्री राम का है। हम श्री राम को मानते है। यह हिंदू विरोधी सरकार है। 20 तारीख को इस सरकार को गंगा मैया को सौंप दो। यह सरकार इरफान अंसारी और आलमगीर आलम की सरकार है। ये लोग घुसपैठियों को बुलाते हैं। लव जिहाद करते हैं। माटी, रोटी और बेटी छीनने का काम करते है। माटी, रोटी और बेटी को बचाने के लिए भाजपा की सरकार बनानी होगी। हेमंत सोरेन आलमगीर आलम और इरफान अंसारी के गुलाम है। गुलाम बनना है तो भगवान श्री राम के गुलाम बने।”
उन्होंने कहा- “हमलोग को अब एक होना होगा। हिन्दू में शक्ति है। हम एक होंगे तभी शक्ति होगी। हिन्दू एक होते है तो बाबरी मस्जिद टूटता हैं और राम मंदिर बनता है। यह चुनाव मथुरा महतो और विकास महतो का चुनाव नहीं है। यह हमारे धर्म संस्कृति और समाज को बचाने का चुनाव है।”
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- “यह सरकारी हमारी नहीं है। इरफान अंसारी और आलमगीर आलम झारखंड को खा जाएगा। हेमंत सोरेन ने अपने पिता की कसम खाकर पांच लाख युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी, लेकिन आज एक भी युवाओं को नौकरी नहीं मिली है। शादी के बाद एक सोने के सिक्का देने का वादा किया था। वह भी हेमंत सोरेन ने नहीं दिया। हेमंत जब अपने पिता का नहीं हुआ तो हमरा क्या होगा। हेमंत अपने पिता की झूठी कसम खाता है। इस सरकार को गंगा मैया में उठाकर फेंक दो।”
उन्होंने कहा- “ट्रैक्टर या साइकिल से अगर कोई बालू लेकर जाता है तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेती है, लेकिन यही बालू ट्रक और बड़े वाहनों से यूपी और बिहार जाते हैं। पुलिस इन्हें नहीं रोकती है, क्योंकि सरकार इसमें शमिल है। लोगों का पैसा आलमगीर आलम के घर में नोटों के बंडल के रूप में मिला है। सीबीआई ने छापेमारी में इसका खुलासा किया था। यह पैसा गरीबों का है। झारखंड 25 साल का हो गया है। अब एक नए झारखंड की शुरुआत हम सभी को मिलकर करनी है।