संदर्भ -डुमरी जोर”: खतरों का खिलाड़ी है रंजन सिंडीकेट,मौत के मुंह से निकाल रहा काला हीरा
अरुण कुमार तिवारी
AJ डेस्क: जिला के पूर्वी क्षेत्र में स्थित डुमरिजोर खुद खतरा की कहानी बयां करता है।चिरकुंडा के डुमरी जोर बंद खदान में बेश कीमती काला हीरा का भंडार छिपा हुआ है। पचासों मुहाने हैं डुमरी जोर के खदान में,जिससे काला हीरा निकाला जा सकता है।
कोयला कंपनी ने डुमरी जोर भूमिगत खदान को कोयला खनन के लिए असुरक्षित मान लिया था और उसे ” खतरनाक क्षेत्र” घोषित कर वहां से उत्पादन बंद कर दिया।वहीं खतरनाक डुमरी जोर अब काला हीरा के लुटेरों के लिए कुबेर का खजाना साबित हो रहा है।कहते हैं डुमरी जोर से जिसे भी खनन करने का कथित परमिशन मिल जाता है,मानो उसकी लॉटरी ही खुल जाती है।
डुमरी जोर हादसा को कोयलांचल के लोग अभी भूले नहीं होंगे।दो तीन वर्ष पहले की ही तो बात है।अवैध खनन के दौरान वहां धसान हो जाने के कारण सैकड़ों लोगों के फंसे होने की जोरदार चर्चा फैली थी।आम नागरिक से लेकर प्रशासन तक हाय तौबा मच गया था।आज फिर उसी डुमरी जोर से अवैध खनन का परमिशन मिल गया है।
रोहित – रंजन सिंडीकेट को खतरों का खिलाड़ी कहा जा सकता है।बंद,असुरक्षित,खतरनाक घोषित डुमरी जोर खदान में सैकड़ों बेबस मजदूरों को झोंक कर यह सिंडीकेट काला हीरा लुटवा रहा है।खतरनाक डुमरी जोर को सिंडीकेट कुबेर का खजाना मान रहा है।जबकि समय चक्र किसी हादसा का इंतजार कर रहा है।
