“राय दा” के विचारों को आत्मसात करना ही सच्ची श्रद्धांजलि- विधायक संजीव
AJ डेस्क: राजनीति के संत कामरेड ए के राय को भला कोई कैसे भूल सकता है। आज राय दा भले ही सशरीर हमलोगों के बीच नहीं रहे लेकिन उनके विचार, सिद्धान्त जिंदगी भर मार्ग दर्शक बन कर हमारे साथ रहेगा। हम उन्हें तहेदिल से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हम उनके राजनीतिक मूल्यों से प्रेरणा लेते रहेंगे। कोयलांचल की राजनीति में राय दा एक पीलर थे और सदियों रहेंगे भी। आने वाली पीढ़ी भी उनके विचारों से बहुत कुछ सीखेगी। राय दा के विचारों को आत्मसात करके ही हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। राय दा अब दलगत या किसी वर्ग तक के बंधन से काफी ऊपर उठ चुके थे। एक बार फिर से इस संत को श्रद्धांजलि।
संजीव सिंह
विधायक
झरिया विधान सभा
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