आकाशीय बिजली मौत बनकर मचा रही तांडव, 33 की गयी जान
AJ डेस्क: बिहार में इन दिनों कुदरत का कहर टूट रहा है। बारिश और बाढ़ के बीच यहां आकाशीय बिजली ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। मंगलवार देर रात कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से 33 लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद और जमुई में वज्रपात की चपेट में आने से 8-8 लोगों की जानें गई है। इसके अलावा रोहतास में 3, नालन्दा 3, सीतामढ़ी 2, बोधगया 2, कटिहार 2 और बांका में 5 लोगों की मौत ठनका गिरने से हुई है।
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औरंगाबाद जिला के रफीगंज और कासमा थाना क्षेत्र में भी मंगलवार को तीन लोगों की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। भागलपुर जिला के सनोखर अमडंडा थाना क्षेत्रों में मंगलवार को ठनका की चपेट में आकर एक युवक और एक महिला की मौत हो गई। सनोखर थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि मृतक का नाम फैती यादव (20) है। अमडंडा थाना प्रभारी अरबिंद कुमार ने बताया, ‘श्रीमतपुर बेलसर गांव में वज्रपात की चपेट में आकर राजेन्द्र मंडल की 39 वर्षीय पत्नी वंदना देवी की मौत हो गई।’

औरंगाबाद के बाद वज्रपात का सबसे अधिक कहर जमुई में टूटा। कई लोगों के लिए मौत का कहर बनकर आई इस बारिश ने 8 लोगों की जान ले ली। जिले के अलग-अलग जगहों पर हुई वज्रपात में 8 लोगों की मौत हो गई है।वहीं, छह लोग झुलस गए हैं। घायलों को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि खैरा थाने की गरही पंचायत के सीतमाडीह गांव में स्कूल से घर लौट रहे बच्चों के एक समूह पर आकाशीय बिजली गिरी, जिसमें दो बच्चों की भी मौत हो गई। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है। गौरतलब है कि पिछले महीने भी अलग अलग जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए थे।


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