बाढ़ के कहर से परेशान ग्रामीणों पर “सर्पदंश” का ग्रहण, अलर्ट का नायाब उपाय ढूंढा
AJ डेस्क: कटिहार जिले में महानंदा का कहर लगातार जारी है। यहां बाढ़ का पानी लगातार जमा हुआ है। ऐसे में आम आदमी तो दूर जंगली जीव भी अपने बिल से निकलकर सुरक्षित स्थान की ओर भाग रहे हैं। इन जीवों से बचने के लिए ग्रामीणों ने अलर्ट का नया तरीका अपनाया है।
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पूरा मामला कटिहार के अमदाबाद प्रखंड के नीमा गांव का है। यहां लोग जंगली जहरीले जीवों से बचने के लिए अनोखा तरीका अपना रहे हैं। बाढ़ के पानी से जंगली जीव जैसे सांप, बिच्छु, जोंक आदि अपने बिलों से निकलकर लोगों को काट न लें, इसके लिए लोगों ने इनके मृत शवों को ऐसे रास्तों पर टांग दिया है, जहां ये ज्यादा पाए जाते हैं।

इस बाबत गांव वालों ने बताया कि हम सुनसान रास्तों पर बांस के डंडों पर जंगली जीवों के मृत शरीर को उल्टा टांग देते हैं। इससे लोग अलर्ट हो जाते हैं कि आगे खतरा है और वो दूसरे रास्ते से चले जाते हैं।
कटिहार सदर अस्पताल में बाढ़ ग्रसित इलाकों से प्रतिदिन सर्पदंश के तकरीबन 10 मरीजों का इलाज होता है। इसके चलते ग्रामीणों ने अनोखा तरीका अपनाया है। लोगों की माने तो ये तरीका कारगर साबित हो रहा है।

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