“बर्फानी बाबा” के श्रद्धालु शीघ्र यात्रा पूरी कर काश्मीर छोड़ दें

AJ डेस्क: अमरनाथ यात्रियों को कश्मीर से जल्द निकलने के लिए कहा गया है। आतंकी खतरे को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है। अमरनाथ यात्रा फिलहाल 4 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि सभी श्रद्धालु कश्मीर से निकल जाएं।

 

 

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जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से इस संबंध में अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि राज्य में बड़े आतंकी हमले इनपुट मिले हैं, इसलिए आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी करके लौट जाएं।

 

 

 

 

सरकार की इस घोषणा से पहले भारतीय सेना ने कश्मीर के हालात पर शुक्रवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सेना की ओर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि ‘पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। पाकिस्तान कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि एलओसी पर हालात काबू में है।’

 

 

 

 

लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा, “पाकिस्तान लगातार उकसा रहा है। कश्मीर में आंतकी गतिविधियों पर हम नजर बनाए हुए हैं। सेना ने भारी संख्या में आतंकियों से हथियार बराबद किए हैं। अमरनाथ यात्रियों पर स्निपर राइफल अटैक की कोशिश की गई लेकिन सुरक्षबलों ने ऐसे प्रयासों को विफल कर दिया।”

 

 

 

 

आतंक फैलाने में लगी है ‘PAK सेना’

उन्होंने कहा कि एक आंतकी ठिकाने से पाकिस्तान आर्मी की एक लैंडमाइन बरामद की गई है। यह साफ दर्शाता है कि कश्मीर में आतंक फैलाने में पाकिस्तान आर्मी लगी हुई है। इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

 

 

लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि हमने कश्मीर में फैले आतंक का गहराई से विश्लेषण किया है। आतंक के लिए हथियार उठाने वाले 83% ऐसे स्थानीय लोग हैं जो घाटी में पथराव की घटनाओं में शामिल रहे हैं। मैं सभी माताओं से गुजारिश करता हूं कि अगर आपका लड़का आज 500 रुपये के लिए सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंक रहा है तो वो आने वाले कल में आंतकी बनेगा।

 

 

‘कश्मीरी युवा हमारी सहायता करे’

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, “आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने उन्हें नाकाम कर दिया। हम चाहते हैं कि कश्मीर के युवा हमारी सहायता करें और आतंकवादियों की मदद न करें और उनके मां बाप भी उन्हें सही दिशा दिखाएं। जो लोग मिलिटेंट्स के साथ मिल गए हैं वे भी अपने परिवार के पास वापस लौट जाएं।”

 

 

 

 

इसके बाद आईजी कश्मीर ने कहा कि आईईडी धमाकों से सावधान रहने की जरूरत। कई पाकिस्तानी मॉड्यूल ऐसी हरकतें करते हैं। हाल ही में पुलवामा और शोपियां में 10 जगहों पर ऐसी कोशिश की गई। इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जैश के आतंकवादी भी शामिल थे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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