लद्दाख के युवा सांसद ने जब सदन में दहाड़ा तो पी एम मोदी भी तारीफ करने से नही रुके

AJ डेस्क: लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर चर्चा के दौरान लोकसभा में मंगलवार को तीखी बहस देखने को मिली लेकिन सदन में एक मौका ऐसा भी आया जब लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जाम्यांग शेरिंग नामग्याल ने अपनी बातों एवं तर्कों से विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। लद्दाख के इस युवा सांसद ने विधेयक का विरोध करने वाले नेताओं पर जिस तरह तंज कसा उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी प्रभावित हुए और उन्होंने ट्वीट कर नामग्याल की प्रशंसा की।  भाजपा सांसद के भाषण की कला से गृह मंत्री अमित शाह सहित सत्ता पक्ष के सदस्यों के चेहरे खिले नजर आए। भाजपा सदस्यों ने तर्सिंग का उत्साह मेजे थपथपाकर बढ़ाया। शेरिंग के बयान के समय सदन का तनावपूर्ण माहौल थोड़ा हल्का हुआ।

 

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाकर TYPE करें analjyoti.com और LIKE के बटन को दबाए…

 

 

 

पीएम मोदी ने नामग्याल के भाषण की प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया। अपने ट्वीट में पीएम ने कहा, ‘मेरे युवा दोस्त जामयांग शेरिंग नामग्याल ने लोकसभा में शानदार भाषण दिया। उन्होंने लद्दाख के हमारे भाइयों एवं बहनों की आकांक्षाओं को दर्शाया है।’ पीएम ने नामग्याल के भाषण का वीडियो भी शेयर किया।

 

 

देखें वीडियो-

 

 

 

 

भाजपा सांसद ने कहा कि अनुच्छेद 370 की आड़ में लद्दाख के साथ अब तक अन्याया होता आया है। नामग्याल ने कहा कि इस विधेयक के जरिए लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं एवं उम्मीदों का सम्मान हुआ है। भाजपा सांसद ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 का गलत इस्तेमाल कर कश्मीरी पंडितों को वहां से बाहर कर दिया गया। अब तक लद्दाख में कोई भी ऊंची शिक्षा संस्थान नहीं थी लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद पहली बार यहां विश्वविद्यालय खुला।’

 

 

 

 

उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की राज्य सरकारों ने लद्दाख क्षेत्र के लोगों को नौकरियां देने में हमेशा पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया। जबकि कांग्रेस ने अनुच्छेद 370 का गलत इस्तेमाल करते हुए लद्दाख से बौद्ध संस्कृति खत्म करने की कोशिश की।’ नामग्याल ने कहा कि लद्दाख की जनता संघशासित प्रदेश के पक्ष में है और उसने यूटी के लिए अपना जनादेश दिया है। भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि लद्दाख के विकास के लिए आवंटित बजट को कश्मीर के विकास में इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि लद्दाख की जनता के साथ छल होता आया है लेकिन मोदी सरकार ने इस क्षेत्र को उसकी पहचान दी है।

 

 

बता दें कि लोकसभा में इस विधेयक पर चर्चा शुरू होने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और सरकार से यह जानना चाहा कि वह कश्मीर को द्विपक्षीय मसला मानती है कि नहीं। कश्मीर पर अपने दिए बयान पर चौधरी घिर गए और बाद में उन्होंने सफाई दी। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘जब वह जम्मू-कश्मीर का जिक्र करते हैं तो उसमें पीओके और अक्साई चिन भी सम्मिलित होता है। हम जान दे देंगे पीओके के लिए।’

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »