रिश्वत नहीं देने वाले ठेकेदार को जिंदा जलाया, मौत, इंजीनियर जाँच के दायरे में

AJ डेस्क: बिहार में आए दिन कोई न कोई अपराध की बड़ी वारदात को अंजाम दिया ही जा रहा है। ताजा मामला राज्य के गोपालगंज जिला का है। जहां गंडक परियोजना के कार्यालय में घुसकर बेखौफ बदमाशों ने एक ठेकेदार को जिंदा जला दिया। खबरों की मानें तो ठेकदार भवन निर्माण के बकाये पैसे के भुगतान के लिए चीफ इंजीनियर के पास गया था लेकिन इंजीनियर ने इसके एवज में रिश्वत की मांग की। आरोप है कि जब ठेकेदार ने घूस नहीं दी तो चीफ इंजीनयर (मुख्य अभियंता) ने ठेकेदार को जिंदा जला दिया। इंजीनियर के घर से पुलिस ने ठेकेदार की जली हुई जीन्स भी बरामद किया है।

 

 

 

 

बताया जा रहा है कि चीफ इंजीनियर मुरलीधर सिंह ठेकेदार रामशंकर सिंह से बकाया राशि का भुगतान करने के एवज में 15 लाख रुपये की मांग कर रहा था। जब रामशंकर सिंह ने पैसा देने से मना कर दिया तो इंजीनियर ने अपने सहयोगियों की मदद से ठेकेदार को आग के हवाले कर दिया। ठेकेदार का 60 लाख रुपये का भुगतान बकाया था। आग लगाने के बाद चीफ इंजीनयर वहां से फरार हो गया। तुरंत ही आस-पास के लोगों ने ठेकेदार को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई।

 

 

 

इसके बाद से लोगों में गुस्सा फूट गया और गोपालगंज में जगह-जगह आगजनी भी हुई है। चीफ इंजीनियर और उसका स्टाफ इस वारदात के बाद फरार है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इंजीनियर पिछले कई महीनों से बकाया भुगतान नहीं कर रहा था। ठेकेदार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि इंजीनियर पिछले काफी समय से लगातार रिश्वत की मांग कर रहा था।

 

 

 

खबरों की मानें तो गंडक परियोजना में 2 करोड़ से ज्यादा की लागत का भवन निर्माण कराया गया है और इसका 60 लाख रुपये का भुगतान बकाया था। वहीं पुलिस ने कहा है कि वह रमाशंकर के परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। रमाशंकर की हत्या के विरोध में गोपालगंज के लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 को कई घंटों तक बंद रखा, हालांकि बाद में प्रशासन ने किसी तरह से बातचीत के जरिए यह जाम खुलवाया।

 

 

 

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