प.बंगाल की राजनीति गर्म: भाजपा का तृणमूल पर हमला, बन्द का एलान

AJ डेस्क: पश्चिम बंगाल में राजनीति एक बार फिर गरमा रही है। बीजेपी ने पिछले तीन दिनों में अपने कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रही है। बीजेपी के राज्य ईकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष और सांसद अर्जुन सिंह पर हमले के विरोध में 12 घंटे के बंद का ऐलान किया है।

 

 

 

 

 

बैरकपुर में बंद के दौरान टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई जिसमें बीजेपी के 25 कार्यकर्ता जख्मी हो गए हैं। घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

 

 

 

बीजेपी के विरोध की वजह से बैरकपुर और नॉर्थ 24 परगना समेत दूसरे शहरों में जनजीवन पर असर पड़ा है। बीजेपी का कहना है कि ममता सरकार राजनीतिक द्वेष की वजह से पार्टी के नेताओं पर कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही हैं। टीएमसी के गुंडे पुलिस की मदद से बीजेपी से जुड़े लोगों को परेशान कर रहे हैं।

 

 

 

 

इन सबके बीच दुर्गा पूजा पंडालों के संबंध में ममता सरकार ने बड़ा फैसला किया है। अब दुर्गा पूजा समितियों को 10 हजार रुपए की जगह 25 हजार रुपए मिलेंगे। ये बात अलग है कि बीजेपी ने इसे पोलिटिक्ल ड्रामा करार दिया। बीजेपी का कहना है कि ममता बनर्जी तुष्टीकरण की राजनीति से समाज को विभाजित कर रही हैं। जहां तक दुर्गा पूजा समितियों को मदद देने का केस है वो सबकुछ न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद संभव हुआ। बीजेपी का कहना है कि ममता सरकार सुनियोजित नीति के तहत हिंदुओं को परेशान कर रही है।

 

 

 

 

बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी का कहना है कि राज्य में राजनीति करने की इजाजत हर एक पार्टी को है। लेकिन राजनीति के नाम पर जिस तरह से बंगाल के सामाजिक ताने बाने को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है वो गलत है। बीजेपी के लोग बाहरी लोगों को बुलाकर राज्य में कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। अगर किसी भी राजनीतिक दल का नेता माहौल खराब करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

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