विधायक विरंची को विस्थापितों का विरोध झेलना पड़ा, दो गुट के बीच मार पीट भी

AJ डेस्क: बोकारो से भाजपा विधायक विरंची नारायण के अपरिपक्वता के कारण आज बोकारो का माहौल बिगड़ गया। विधायक को भारी विरोध का सामना करते हुए वहां से मजबूरन खिसकना पड़ा तो विस्थापितों के दो गुट के बीच मार पीट की घटना घट गई।

 

 

 

 

 

यहां बता दें कि बोकारो में हवाई अड्डा के विस्तारीकरण के दौरान वहां झुग्गी झोपडी में रहने वाले लोग विस्थापित हो गए थे। विधायक ने उजड़े हुए लोगों के पुनर्वास किये जाने की बात कही थी।जो कि लंबे समय से लंबित पड़ा हुआ है। चूँकि अब चुनाव नजदीक है। विस्थापित एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।इसको ध्यान में रखते हुए विधायक आज जिला प्रशासन या बोकारो स्टील प्रबन्धन को सूचित किये बगैर विस्थापितों के पास चले गए। विधायक विस्थापितों को लेकर सेक्टर 12 के उस स्थल पर चले गए, जहाँ पहले से ही अन्य विस्थापित खेती किया करते है। यहां विधायक का प्रयास उल्टा पड़ गया और उन्हें विस्थापितों के विरोध का जमकर सामना करना पड़ा। अंततः विधायक को सेक्टर 12 से खिसकना पड़ा। वहां विधायक और रघुवर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी होने लगी।

 

 

 

 

विधायक के खिसकते ही विस्थापितों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हो गयी। जिसमे आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंच घायलों को अस्पताल भेजा। मौके पर पुलिस कैम्प किये हुए है।

 

 

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विस्थापित बिजय घटवार ने कहा कि विधायक वोट की राजनीति करते हुए विस्थापितों को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं विधायक विरंची नारायण का कहना है कि विस्थापित हठधर्मिता ना करें।

 

 

 

 

वहीं प्रदेश कांग्रेस के विस्थापित एवम पुनर्वास विभाग के चेयरमैन सह जिला परिषद के सदस्य संजय कुमार ने कहा कि विधायक विरंची नारायण बोकारो का माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं। हवाई अड्डा के विस्तारीकरण के नाम पर झुग्गी झोपडी और खटाल को उजाड़ने का काम विधायक ने किया। विधायक को जिला प्रशासन और सेल प्रबन्धन से पहले प्रभावितों को बसाने की बात करनी चाहिए थी।

 

 

 

 

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