वायु सेना में शामिल हुआ आठ अपाचे हेलीकॉप्टर, बढ़ी शक्ति (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: भारतीय वायुसेना ने अपने बेडे़ में आठ अपाचे एएच-64ई हेलीकॉप्‍टर्स को शामिल किया है। इन स्‍टील्‍थ लड़ाकू हेलीकॉप्‍टर्स को वायुसेना के बेड़े में ऐसे समय में शामिल किया गया है, जबकि भारत आतंकवाद सहित सीमा पर कई तरह की जटिल चुनौतियों का सामना कर रहा है। अमेरिका निर्मित इन स्‍टील्‍थ हेलीकॉप्‍टर्स ने निश्चित तौर पर वायु सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है। ये हेलीकॉप्‍टर्स रडार की पकड़ में नहीं आते।

 

 

 

 

इन हेलीकॉप्‍टर्स का निर्माण एरोस्पेस क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बोइंग ने किया है, जिसके लिए भारत और अमेरिका के साथ चार साल पहले करार हुआ था। भारत और अमेरिका के बीच 22 अपाचे एएच-64ई हेलीकॉप्टर्स खरीदने के लिए करार हुआ था। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने नवीनतम प्रौद्योगिकी से लैस इन हेलीकॉप्टर्स की खरीद को भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण की दिशा में ‘महत्वपूर्ण कदम’ करार दिया है। उन्‍होंने कहा कि अपाचे हेलीकॉप्टर्स वायुसेना में पुराने हो रहे एमआई-35 की जगह लेंगे। उन्‍होंने यह भी बताया कि अपाचे एएच-64ई हेलीकॉप्‍टर्स की अंतिम खेप मार्च 2020 तक उपलब्ध करा दी जाएगी।

 

 

 

 

वहीं, बोइंग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्‍ध जानकारी के अनुसार, दुनिया के कई देशों में अब तक 2,200 अपाचे हेलीकॉप्टर्स की बिक्री कर चुकी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि भारत अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने वाला दुनिया का 16वां देश है और वह हेलीकॉप्टर का अत्याधुनिक संस्करण हासिल कर रहा है। 279 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम ये हेलीकॉप्‍टर्स दुनिया के अत्याधुनिक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टर्स में से एक है और इन्‍हें वायुसेना की भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है।

 

 

 

 

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