तबरेज की मौत पिटाई के कारण ही हुई, पुनः धारा 302 लगाया गया

AJ डेस्क: झारखण्ड के सरायकेला खरसावां जिला में 17 जून को बाइक चोरी के आरोप में भीड़ तंत्र के हाथों बुरी तरह जख्मी तबरेज की बाद में मृत्यु हो गयी थी। तबरेज की मौत ने राजनैतिक माहौल गरमा दिया था। पिछले दिनों सरायकेला के SP ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर केस से धारा 302 हटाने की बात कही थी। फिर पुलिसिया जाँच ने यू टर्न लिया और अब पुनः धारा 302 बहाल रखे जाने की बात कही जा रही है।

 

 

 

 

झारखण्ड में भीड़ तंत्र के हाथों बड़ी बेरहमी से तबरेज की पिटाई की गयी थी। इलाज के दौरान बाद में तबरेज की मौत हो गयी थी। मॉब लीचिंग में तबरेज की मौत ने राष्ट्रीय स्तर पर राजनैतिक माहौल गरमा दिया था। विपक्षी पार्टियों ने सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया था। तबरेज की मौत ने देश भर में झारखण्ड की छवि बिगाड़ दी थी तब भाजपा के केंद्रीय नेताओं को रघुवर सरकार के पक्ष में मोर्चा खोलना पड़ गया था। इधर सरायकेला खरसावां के SP ने पिछले दिनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर तबरेज हत्याकांड के आरोपियों के ऊपर से धारा 302 हटाये जाने की बात कही थी। उस रिपोर्ट में तबरेज की मौत हृदय गति के रुक जाने से होने की बात कही गयी थी।इसके बाद तबरेज की पत्नी ने पुलिसिया जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए पूरे मामले की CBI जाँच कराए जाने की मांग की थी। यहां बता दें कि तबरेज प्रकरण में पुलिस ने ग्यारह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

 

 

एक बार फिर तबरेज प्रकरण की जाँच ने नाटकीय मोड़ ले लिया है। पुलिस ने MGM हॉस्पिटल के वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम बनाकर रिपोर्ट माँगा था। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिटाई के कारण तबरेज के शरीर की कई जगह हड्डियां टूट गयी थीं। तबरेज के शरीर में कम्पाउंड फैक्चर भी पाया गया है। पिटाई की वजह से तबरेज के हृदय के चैम्बर में खून भर गया था जिसकी वजह से उसकी मौत हुई। मेडिकल बोर्ड के इस रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस चर्चित काण्ड में फिर से धारा 302 जोड़ते हुए आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।

 

 

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाए और TYPE करें analjyoti.com और LIKE का बटन दबाए…

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »