संथाल के किसी हिस्से में सम्भल कर जाएं अन्यथा बन सकते हैं भीड़ तंत्र का शिकार

AJ डेस्क: झारखंड में मोब लीचिंग का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को राज्य के सात अलग-अलग इलाकों में बच्चा चोर बताकर भीड़ ने अलग-अलग लोगों की पिटाई कर दी। इस दौरान पुलिस के साथ लोगों की भिड़ंत भी हुई। जिसमें न सिर्फ पुलिस के वाहनों को तोड़ा गया बल्कि पुलिस को भी निशाना बनाया गया। वहीं एक जगह तो लोगों ने धनबाद के ही एक शख्स को मुड़कट्टा यानि सर काटने वाला करार देकर उसकी जमकर पिटाई कर दी गई।

 

 

 

सबसे पहले हम धनबाद के उस शख्स के ऊपर गुजरी इस वारदात के बारे में आपकों बताते है जिसमें शख्स मरते-मरते बचा। दरअसल धनबाद का रहने वाला एक शख्स सारठ के बेलाबद में अपने साढू के घर जा रहा था। उसकी शक्ल, पहनावा और उसका सामान देखकर लोगों ने उसे बच्चा चोर समझ लिया और सड़क के किनारे ही खंभे से बांधकर उसकी जमकर पिटाई कर दी। यह घटना बुधवार दोपहर की है।

 

 

प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो भीड़ पीड़ित शख्स को मुड़कट्टा यानि सर काटने वाला बता रहे थे। पीड़ित का नाम भोलानाथ महतो है और वह अपने रिश्तेदार के घर डिंडकोली जा रहा था। इसी दौरान वह रास्ता भटक गया। इसी बीच बच्चा चोर समझकर स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया। जब उसके थैले की तलाशी ली तो, उसमे कुछ आपत्तिजनक समान लोगों को मिले। जिसके बाद लोगों ने उसे खंभे से बांध दिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। वो तो गनीमत रही की भीड़ में ही मौजूद कुछ लोगों ने फौरन इस बात की सूचना स्थानीय थाने को दे दी। जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया।

 

 

अब बात उस घटना की जिसने पुलिस को भी लहूलुहान कर दिया। मामला गोड्डा जिला के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रानी डीह गांव की है। यहाँ बच्चा चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने एक युवक को पकड़ कर बुरी तरह पीट दिया। फिर किसी तरह उस युवक को भीड़ से निकाल कर कुछ बुद्धिजीवियों ने उसे मुखिया के संरक्षण में रखा। लेकिन इसके बाद हजारों की भीड़ उस युवक को जबरन साथ ले जाने के लिए गेट तोड़ने पर आमादा हो गई। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर भी हमला बोल दिया। जिसमें 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। साथ ही इस दौरान भीड़ ने पुलिस के वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

 

 

बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पांच राउंड फायरिंग भी की। बावजूद इसके भीड़ ने युवक को वहां से निकाल लिया। हालांकि फिर काफी मशक्कत के बाद युवक को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। घायलो में एसडीपीओ अरविंद सिंह और अंचलाधिकारी भी शामिल हैं। इधर, पुलिस ने कहा है कि जिला में बच्चा चोर जैसी कोई बात नहीं है। गोड्डा पुलिस लगातार लोगों को ऐसे मामले को लेकरजागरूक कर रही है। उसके बावजूद ऐसी घटनाएं दुखद है।

 

 

 

 

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