नवरात्र: फायरिंग कर देते हैं सलामी, तब शुरू होती है “माता” की पूजा (वीडियो देखें)
AJ डेस्क: झारखण्ड सशस्त्र पुलिस (जैप वन) नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ बटालियन की रक्षा और उनके सुख शांति के लिए पहले हथियारों से फायरिंग कर माता को सलामी देते है और फिर शक्ति प्रदर्शन भी करते है। यहाँ अस्त्र पूजा और माँ को भेंट स्वरुप बकरे की बलि देने की भी परम्परा है।
जैप वन में कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा महिलाओं ने नौ दुर्गा पाठ से रविवार से प्रारंभ कर दिया है। पूजा प्रारंभ के साथ ही यहाँ जैप के जवानों ने यहाँ की वर्षो पुरानी परंपरा के अनुरूप मां शैलपुत्री को अपनेे हथियारों से फायरिंग कर सलामी दी। इस दौरान विधि-विधान के साथ कलश स्थापना कर मां दुर्गा का आह्वान किया गया।
देखें वीडियो-
वहीं इस पूजा की विशेषता बताते हुए जैप वन के शशिकांत छतरी ने बताया कि 1980 से जैप वन के गोरखा वाहिनी में मां दुर्गा की पूजा की जाती है और यहां पर विशेष शक्ति की पूजा करते हैं, क्योंकि हमारे जवान दूरदराज जंगलों में उग्रवादियों के साथ लड़ रहे हैं और दुश्मनों से लोहा ले रहे हैं। उनकी रक्षा के लिए बटालियन में सुख शांति के लिए यह विशेष पूजा की जाती हैं।
इस दौरान शशिकांत छतरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यहाँ फायरिंग हम लोग शक्ति प्रदर्शन के लिए करते हैं और यह मां के चरणों में समर्पित होता हैं। सतमी के दिन यहां से एक छोटा जुलूस निकाला जाता हैं जो यहाँ के एक जंगल तक जाता है और वहां पूजा भी पूजा होती हैं। उसके बाद अष्टमी नवमी को एक पाठा की बलि दी जाती है। इसके बाद नवमी के दिन यहां पर शस्त्र पूजा और नौ कन्या की पूजा होती हैं। वहीं नवमी के दिन यहाँ काफी संख्या में भक्तजन बलि चढाने आते हैं। इतना ही नहीं यहाँ चढ़ने वाली बलि के साथ फायरिंग भी की जाती है। यानि फायरिंग के साथ यहाँ बलि चढ़ाने की भी परम्परा है।
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