मुनिडीह कोल वाशरी में हादसा, सीलिंग में दबकर श्रमिक की मौत (देखें वीडियो)

AJ डेस्क: आज दुर्गाउत्सव के नवमी के ही दिन एक कोयला खनिक की मौत कार्य करने के दौरान ही हो गई। वो भी बीसीएएल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से। दरअसल कोयला कर्मी जो हुक मेन के पद पर कार्यरत था वो आज ट्रॉली जिसमें कोयला लदा था उससे वो कोयला निकाल ही रहा था कि तभी ऊपर से कोयला सहित पूरा चुट यानि सीलिंग ही उसपे आ गिरा जिसमें दबकर उस खनिक की मौत हो गई। मामला धनबाद के पुटकी थाना क्षेत्र स्थित मुनिडीह कोल वाशरी का है।

 

 

 

 

जानकारी के अनुसार मृतक कामेश्वर साव आज ही बगल के ही एक कोयला खदान से बदली होकर यहाँ आया था। आज उसका मुनिडीह कोल वाशरी में उसके कार्य का पहला दिन था। आज राष्ट्रीय छुट्टी होने के बावजूद कामेश्वर साहू शाम लगभग 7 बजे अपने अधिकारियों के बुलावे पर कोल वाशरी उत्खनन के कोयले को ट्रॉली से उतारने यहाँ पहुंचा थे। बताया जाता है कि घटना के समय वहाँ कुल 5 कोयला कर्मी मौजूद थे। तीन ऊपर की ओर खड़े थे और दो मृतक कामेश्वर साव और उसका सहयोगी हराधन महतो ट्रॉली के नीचे वहाँ की स्थिति जानने के लिए खड़े थे।

 

 

अभी दोनों वहाँ की स्थिति का जायजा ले ही रहे थे की उसी समय कामेश्वर साव के ऊपर ट्रॉली जिस छज्जे के ऊपर खड़ा था वो भरभरा कर उसके ऊपर आ गिरा जिससे कामेश्वर साव की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद वहां हाहाकार मच गया। खबर इलाके में जंगल की आग की तरह फैली। तत्काल वहाँ कोयला खनिक और मृतक के परिजन जुट गए। ट्रेड यूनियन के नेता और स्थानीय पुलिस भी पूरे दलबल के साथ वहाँ पहुंची।

 

देखें वीडियो-

 

वहीं मौके पर पहुंचे ट्रेड यूनियन के नेता एके सहाय ने बीसीसीएल के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कोल वासरी वर्ष 1982 में बना था। उसके बाद से इस वाशरी के मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ खिलवाड़ किया गया। आज यह वाशरी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। यहाँ काम करना सिर्फ और सिर्फ दुर्घटना को आमंत्रित करना है। उन्होंने कहा फिलहाल प्रबन्धन से मृतक परिवार को मुआवजा और नियोजन दिलाने पर चर्चा होगी। यदि इसमें प्रबन्धन किसी तरह की कोई आनाकानी करता है तो वासरी का काम ठप कर दिया जाएगा।

 

 

 

 

फिलहाल मृत कोयला कर्मी का शव कोल वाशरी में ही पड़ा हुआ है। जानकारी मिल रही है कि। पूर्व मंत्री सह ट्रेड यूनियन नेता मन्नान मल्लिक सहित कई यूनियन लीडर मौके पर पहुंचे हुए है। फिलहाल प्रबन्धन के साथ उनकी वार्ता जारी है। मृतक के परिजन भी बीसीसीएल प्रबन्धन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नियोजन और मुआवजा की मांग को लेकर मौके पर डटे हुए हैं। वहीं मृतक कर्मी के साथ घटना के समय वहाँ मौजूद बाकी के 4 कर्मी भगवान् से शुक्र मना रहे है कि आज वो ऊपर वाले की कृपा से ही जीवित बचे है वरना आज उनकी भी यही इहलीला समाप्त हो चुकी होती।

 

 

 

 

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