UP: शौचालय था कारण? 20 बच्चों को बनाया बंधक, 8 घण्टे चला ऑपरेशन, जानें पूरी खबर

AJ डेस्क: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद के कठरिया गांव में गुरुवार शाम को अजीब स्थिति पैदा हो गई। यहां सुभाष बाथम नाम के एक शख्स ने करीब 20 बच्चों को अपने घर में बुलाकर बंधक बना लिया। बच्चों को 8 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बचाया गया। इस ऑपरेशन में आरोपी की मौत हो गई। बाथम ने जन्मदिन मनाने के बहाने बच्चों को घर बुलाया था। उसके बारे में जानकारी मिली थी कि वह हत्या के आरोप में जेल में बंद था और हाल ही में जमानत पर बाहर आया था।

 

 

आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस व्यक्ति ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के बहाने बच्चों को अपने घर बुलाया था और घर के नीचे बने बेसमेंट में इन बच्चों को रखा था। उसने मकान के अंदर से छह फायर भी किये। वह स्थानीय विधायक से बात करना चाहता था, विधायक वहां गए लेकिन उसने उनसे बात नहीं की। पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिए घर के करीब भेजा लेकिन उस व्यक्ति ने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गए। बच्चों को दिन में करीब 3.30 बजे बंधक बनाया गया। बच्चों में एक छह महीने की बच्ची भी थी।

 

 

यूपी अतिरिक्त मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया, ‘जिस व्यक्ति ने बच्चों को बंधक बनाया उसे ऑपरेशन में मार दिया गया है और सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस और टीम के लिए 10 लाख रुपए के पुरस्कार की घोषणा की है जिसने सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम दिया। ऑपरेशन में भाग लेने वाले सभी कर्मियों को प्रशंसा पत्र दिया जाएगा।’

 

 

 

 

वहीं यूपी DGP ओपी सिंह ने कहा, ‘ऑपरेशन लगभग 8 घंटे तक चला। हमने उसे बातचीत के माध्यम से उलझाए रखने की कोशिश की लेकिन हमें जानकारी मिली कि उसके पास गोलीबारी की क्षमता है और संभावना थी कि उसके पास विस्फोटक थे। वह विस्फोट करने की धमकी दे रहा था।’

 

 

 

इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में चीफ सेकेट्ररी, प्रिंसिपल सेकेट्ररी (होम), डीजीपी, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर मौजूद थे। सीएम ने डीएम और एसपी से भी बात की।

 

 

 

 

 

क्या इसलिए उठाया ये कदम

बाथम ने हाल ही में स्थानीय जिलाधिकारी को एक पत्र भेजा था। पत्र में उसने अपने घर में शौचालय नहीं होने की शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि उसे सरकारी आवास से वंचित कर दिया गया। उसने कहा कि वह एक मजदूर है और बीमार मां थी जिसे खुले में शौच करना पड़ता है। उसने दावा किया कि उसे अपने घर में शौचालय बनाने के लिए अधिकारियों से अनुरोध करना पड़ा लेकिन उनकी मांग अनसुनी रह गई।

 

 

 

 

 

हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी अपने फेसबुक पेज के ऊपर SEARCH में जाए और TYPE करें analjyoti.com और LIKE का बटन दबाए…

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »