अंध विश्वास: तांत्रिक ने गुमराह किया, बच्चों ने स्कूल जाना बंद किया
AJ डेस्क: धनबाद के गोविंदपुर प्रखंड स्थित महुबनी पंचायत अंतर्गत निचितपुर नया प्राथमिक विद्यालय के बच्चे पिछले कई दिनों स्कूल नहीं जा रहे थे। जब स्कूल वालों को बच्चों के स्कूल नहीं आने के कारण का पता चला तो उनके होश उड़ गए। दरअसल तंत्र-मंत्र के चक्कर में आकर स्कूली बच्चों के परिजनों ने ही उन्हें स्कूल जाने से रोक रखा था। उन्हें लगता था माँ सरस्वती के प्रसाद खा लेने से उनके बच्चों के शरीर में विष भर गया है।
जानकारी के अनुसार गांव में किसी ने अफवाह फैला दिया की सरस्वती पूजा के दौरान कुत्ते का जूठा प्रसाद बच्चों को खिला दिया गया है। जिससे उनके शरीर में विष फैल गया है। इस आग में घी डालने का काम किया एक झाड़फूंक करने वाले तांत्रिक ने। उसने गांव पहुँच कर सभी बच्चों के पीठ पर थाली लटका कर यह पुष्टी कर दी की सही में बच्चों के शरीर में विष फैल चुका है। जिससे पूरा गांव सकते में आ गया। जिसके बाद उस अंधविश्वास के चक्कर में परिजनों ने डर से बच्चों को स्कूल भेजना बंद करा दिया।
मामले की जानकारी पर कुछ बुद्धि जीवी लोगों ने बुधवार की रात ग्रामीणों की एक बैठक बुलाई। इसमें स्कूल के शिक्षकों को भी बुलाया गया। इसके बाद गुरुवार काे गाेविंदपुर सीएचसी की टीम ने बच्चाें की स्वास्थ्य की जांच की। जांच में बच्चों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं पाई गई।
बता दें कि उक्त प्राथमिक विद्यालय में कुल 39 बच्चे पढ़ाई करते हैं और यहाँ कक्षा एक से पांच तक की पढ़ाई हाेती है।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. शीला कुमारी ने कहा, ‘मुखिया शशि गोप की शिकायत पर गाेविंदपुर सीएचसी की टीम ने बच्चाें की स्वास्थ्य जांच किया है। जांच में बच्चाें के शरीर में किसी भी तरह का काेई विष नहीं पाया गया है।’ शिक्षा मित्र ने कहा, ‘कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैला दी गई है। इससे लोग भयभीत हो गए। इस कारण कई दिनों से बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे।’
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