ढुल्लू प्रकरण: भाजपा ने पुलिस के खिलाफ खोला मोर्चा, सड़क से संसद तक होगा विरोध

AJ डेस्क: बाघमारा से विधायक ढुल्लू महतो की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को धनबाद पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के विरुद्ध आज जिला भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा ने धनबाद पुलिस पर राज्य सरकार के दबाव में आकर यह कार्रवाई करने का आरोप लगाया ही है, साथ ही कहा है कि प्राथमिकी दर्ज करने से लेकर विधायक के यहां रेड करने तक की पुलिसिया कार्यशैली ही विवादास्पद है।

 

 

आज दोपहर करीब 3 बजे धनबाद के सर्किट हाउस में धनबाद जिला भाजपा द्वारा किए गए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भजपा जिला अध्यक्ष ने मीडिया के सामने उस आवेदन को सार्वजनिक किया जिसके आधार पर बुधवार की सुबह धनबाद पुलिस ने विधायक के आवास पर छापेमारी की और उनके चार समर्थकों को भी गिरफ्तार किया। भाजपा द्वारा सार्वजनिक किया गया आवेदन थोड़ा चौकाने वाला है और प्रश्न खड़ा करने वाला भी। दरअसल एक ही काण्ड के दो अलग-अलग आवेदन है। पहला आवेदन 30 अप्रैल 2019 यानि घटना के ठीक दूसरे दिन का है। जबकि उसी कांड का दूसरा आवेदन 14 फ़रवरी 2020 को बरोरा थाना में रिसीव किया गया है। पहले आवेदन में एक भी नन बेलेबल धारा नहीं है, जबकि दूसरे आवेदन में नन बेलेबल धारा लगाया गया है।

 

 

पहला आवेदन-

 

 

 

पहले आवेदन में महिला के साथ मारपीट, दुर्व्यवहार और महिला के कपड़े फाड़ने का जिक्र नहीं है। लेकिन दूसरे आवेदन में विधायक ढुल्लू महतो के अंगरक्षकों के द्वारा महिला के साथ मारपीट, महिला के साथ दुर्व्यवहार और महिला के ब्लाउज फाड़ने का जिक्र है। पहला आवेदन नंदलाल महतो पिता कन्हाई महतो ने लिखा है और उस आवेदन की प्रति स्थानीय बरोरा थाना के साथ-साथ धनबाद उपायुक्त, धनबाद पुलिस अधीक्षक सहित राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भी भेजी गई है। जिसमें पुलिस ने छानबीन भी की। लेकिन शायद इसमें कोई ठोस सबूत न मिलने के कारण पुलिस ने उस आवेदन के आधार पर विधायक के खिलाफ उस वक्त कोई कार्रवाई नहीं किया।

 

दूसरा आवेदन-

 

 

 

लगभग एक साल बाद 14 फ़रवरी 2020 को उसी काण्ड का दूसरा आवेदन लिखा गया, लेकिन इस बार आवेदन लिखने वाले पहले आवेदक के भाई डोमेन महतो पिता स्वर्गीय कन्हाई महतो थे। इस आवेदन में भी उसी कांड के उन्ही सब बातों का जिक्र किया गया है जो पहले के आवेदन में है। अंतर बस इतना है कि घटना के ठीक दूसरे दिन पुलिस को दिए गए आवेदन में किसी महिला का जिक्र नहीं है, वहीं घटना के करीब एक साल बाद पुलिस को दिए गए आवेदन में न सिर्फ एक महिला का जिक्र किया गया है बल्कि उसके कपड़े फाड़ने की भी बात लिखी गई है। जिसके बाद पुलिस की यह कार्रवाई सामने आई है।

 

 

दरअसल यह मामला जमीन विवाद का है। आवेदन के अनुसार बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के द्वारा आवेदक के राम राज मंदिर स्थित उनके जमीन पर न सिर्फ उन्हें दुकान बनाने से रोका गया, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी और उनके अर्धनिर्मित दुकान को भी विधायक और उनके समर्थकों के द्वारा तोड़ दिया गया।

 

 

धनबाद भाजपा जिला अध्यक्ष ने धनबाद पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि धनबाद की पुलिस राज्य सरकार के दबाव में आकर लगातार पक्षपात करती नजर आ रही है। उन्होंने कहा, ‘धनबाद पुलिस विधायक ढुल्लू महतो को एक साजिश के तहत उन्हें परेशान करने और उन्हें बदनाम करने की नीयत से काम कर रही है। धनबाद पुलिस की एक ही मंशा है कि वह विधायक के साथ रहने वाले लोगों को किसी भी केस में बिना मतलब फंसा कर उन्हें जेल भेज दिया जाए।’ उन्होंने कहा कि जिस तरह से धनबाद पुलिस कार्रवाई कर रही है यदि वह नहीं चेतती है तो धनबाद जिला भाजपा सड़क पर उतरने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह से जिला के तमाम भाजपा विधायक मिलकर इस मामले को विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में उठाने का काम करेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »