झारखण्ड: बिजली के बाद अब छात्र, महिला एवम बुजूर्गों को फ्री बस सेवा का प्रस्ताव

AJ डेस्क: दिल्ली के केजरीवाल सरकार से इंस्पायर सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली के फ्री-फ्री वाले फार्मूले को झारखण्ड में लागू करना चाहते है। इसके तहत वो सूबे की महिलाओं, छात्रों और बुजुर्गों को मुफ्त में बस सेवा मुहैया कराने जा रहे है। इसको लेकर परिवहन विभाग को प्रस्ताव तैयार करने का भी निर्देश जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार के पास अपनी बस सेवा नहीं होने के कारण सरकार निजी बसों को किराये पर लेकर निर्धारित रूटों पर चलवाएगी।

 

 

इसको लेकर झारखण्ड सरकार ने अपने तमाम जिलों के उपायुक्त को इस संबंध में निर्देश देकर रिपोर्ट मांगा है। सरकार की कोशिश है कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके। इस कारण उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि इस प्रस्ताव में वो गांव भी शामिल किए जा सकते है जहाँ अभी तक बसों की सुविधा नहीं है। झारखण्ड में सिटी बस सर्विस को प्राइवेट पार्टी के माध्यम से चलाया जा रहा है। ठीक उसी तर्ज पर निजी उद्यमियों से सरकार भाड़े पर बस लेकर चलवाने की तैयारी कर रही है।

 

 

झारखण्ड में मुफ्त यात्रा के लिए छात्रों, बुजुर्गों और महिलाओं का पास बनेगा। पास के लिए फिलहाल जिला परिवहन पदाधिकारी को अधिकृत किया जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में इसे प्रखंड स्तर पर बनवाने की व्यवस्था होगी। अब सरकार को यह तय करना है कि वह प्रति सवारी पैसे भुगतान करेगी अथवा इलाके में जारी पास के आधार पर। इसके लिए अधिकारी तैयारी में जुटे हुए हैं।

 

 

बता दें कि इसी 15 फ़रवरी को अख़बार में छपी एक खबर ‘दिल्ली से बेहतर बनेंगे झारखण्ड के स्कूल’ पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए सीएम हेमंत सोरेन को कहा था, ‘आज ये खबर पढ़कर बहुत बहुत अच्छा लगा। भगवान करे हेमंत सोरेन जी अपने मिशन में ज़रूर कामयाब हों। उनके द्वारा उठाए गए नए नए कदमों से फिर हम सीखेंगे। तभी तो देश आगे बढ़ेगा।’ इसके साथ ही केजरीवाल ने आगे लिखा, ‘कितनी सुंदर बात हो कि देश भर में राज्यों में स्कूल अच्छे करने की होड़ लग जाए।’

 

 

इसके बाद झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को रीट्वीट करते हुए कहा, ‘धन्यवाद अरविन्द केजरीवाल जी। विकास एवं सुधार एक सतत प्रक्रिया है। शिक्षा के क्षेत्र में आपकी सरकार ने जो कार्य किये है वह पथ प्रदर्शक है। झारखंड को एक शाश्वत कल्याणकारी राज्य बनाने के लिए हम सभी से सीखेंगे, सभी से सहयोग लेंगे।’

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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