चतरा: साढ़े नौ करोड़ का घोटाला और विकास भवन में आग लगाने का मास्टर माइंड नाजीर गिरफ्तार
AJ डेस्क: झारखण्ड के चतरा स्थित जिला कल्याण विभाग में 2018 में हुवे 9 करोड़ 33 लाख रुपये के घोटाले का मास्टर माइंड आज चतरा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मास्टरमाइंड कोई औऱ नहीं बल्कि विभाग का नाजिर इन्द्रदेव प्रसाद ही था। जिसे चतरा पुलिस ने उसके हजारीबाग स्थित आवास पर छापेमारी कर धर दबोचा। उसके पास से पुलिस ने कई बैंकों के पासबुक, पैन कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी अखिलेश बी वारियर के निर्देश पर अनुसंधानकर्ता सह सिमरिया एसडीपीओ बचनदेव कुजूर ने एक एसआईटी टीम का गठन किया था। इधर इस कांड के अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसपी के निर्देश पर लगातार छापेमारी अभियान जारी है। यह गिरफ्तारी सदर थाना कांड संख्या 165/18 को लेकर की गई थी।
बता दें कि इस घोटाले के साक्ष्य को मिटाने के उद्देश्य से एक षडयंत्र के तहत विकास भवन में आग लगा दी गई थी। जिसमें कल्याण विभाग के साथ साथ अन्य विभागों के दस्तावेज भी जलकर पूरी तरह से ख़ाक हो गए थे।
एसडीपीओ बचनदेव कुजूर ने मीडिया को बताया कि जिला कल्याण विभाग में 9.33 करोड़ रुपये के घोटाले के प्रार्थमिकी अभियुक्त की गिरफ्तारी की गई है। इसकी गिरफ्तारी उसके हजारीबाग स्थित आवास से की गई। गिरफ्तारी को लेकर एसपी के निर्देश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया था। जिसमें सदर थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय, सिमरिया प्रभारी लव कुमार सिंह, परिचारी अवर निरीक्षक सिंकू, सोनिया सोय, कन्हैया कुमार सहित शस्त्र बल के जवान शामिल थे।
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