राजपुर हादसा: “रागिनी” ने “विधायक जी” की याद ताजा कराया, मृतक की पत्नी को दिलाया 15 लाख एवम नौकरी, देखें Video-
AJ डेस्क: मजदूरों के मसीहा स्व सूर्यदेव सिंह (विधायक जी) की बहू, भाजपा नेत्री रागिनी सिंह आज अपने समर्थकों के साथ छह घण्टे धरना पर बैठी रहीं। रागिनी के जोरदार दबाव के आगे प्रबन्धन को झुकना ही पड़ा और कोयलांचल के इतिहास में पहली बार किसी असंगठित क्षेत्र के मजदूर की मौत पर उसके परिजन को ’15 लाख’ रूपये का मुआवजा के साथ आश्रित को एक नौकरी भी मिला। साथ ही मृतक के दाह संस्कार के लिए भी 50 हजार रूपये अलग से दिलाया गया। इसका श्रेय रागिनी सिंह के तेवर और राजनीतिक सूझ बूझ को जाता है।
झरिया कोयलांचल के राजापुर आउटसोर्सिंग परियोजना में आज सुबह दो हाइवा के बीच हुई टक्कर में एक चालक की मौके पर ही मौत हो गयी और दूसरा गम्भीर रूप से जख्मी है। घटना की सूचना मिलते ही सिंह मेंशन की बहू सह भाजपा नेत्री रागिनी सिंह घटना स्थल पर पहुंच गईं। आउटसोर्सिंग के व्यू प्वाइंट पर रागिनी सिंह अपने समर्थकों के साथ धरना पर बैठ गईं। रागिनी सिंह के धरना पर बैठने की सूचना फैलते ही जनता मजदूर संघ के समर्थकों की वहां भीड़ जमा होने लगी और धरना का स्वरूप बड़ा होने लगा। बी सी सी एल और आउट सोर्सिंग प्रबन्धन रागिनी सिंह के साथ समझौता वार्ता करता रहा लेकिन स्व सूर्यदेव सिंह का मानो आज रागिनी में अक्स आ गया हो, वह विधायक जी के स्टाइल में ही डटी रहीं। भाजपा नेत्री स्पष्ट कर चुकी थीं कि मृतक के परिजन को 15 लाख रु और नौकरी हर हाल में देना होगा। साथ ही जख्मी एक और ड्राइवर के इलाज का खर्च कम्पनी वहन करे तथा इलाज के दौरान उसका वेतन नही काटा जाएगा।
देखें Video-
गुजरते समय के साथ साथ आंदोलन धीमा पड़ने के बजाए और तेज होता जा रहा था। प्रबन्धन पुराने रेट पर यानि पहले जो मुआवजा दिया जाता था, उतना ही देने के पक्ष में था, जबकि रागिनी सिंह 15 लाख रु से कम पर तैयार ही नही थी। छह घण्टे तक चले आंदोलन के बाद अंततः प्रबन्धन रागिनी सिंह की सभी शर्तो को मानने के लिए तैयार हुआ। रागिनी सिंह ने मृतक की पत्नी उमा देवी के हाथों में पन्द्रह लाख रु का चेक दिलवाया और एक परिजन को नौकरी देने की सहमति बनी, ततपश्चात रागिनी सिंह ने आंदोलन समाप्त किया। इस मौके पर मृतक के चाचा श्री राम रवानी ने धरना स्थल पर कहा कि वह विधायक जी (स्व सूर्यदेव सिंह) के साथ बहुत दिनों तक रहे है। यह परिवार हमेशा गरीबो की लड़ाई लड़ उन्हें न्याय दिलाता रहा है। आज उनकी बहू रागिनी ने विधायक जी की याद ताजा करा दी।
‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…
https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…