चीन के साथ हुई हिंसक झड़प में बिहार रेजिमेंट और झारखण्ड के सैनिक भी शहीद हुए

AJ डेस्क: भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहा विवाद सोमवार रात खूनी संघर्ष में बदल गया। सोमवार रात हुई दोनों सेनाओं की झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल और 2 सैनिक शहीद हो गए। वहीं चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की चीफ रिपोर्टर वेंग वेनवेन ने ट्वीट कर बताया कि इस झड़प में चीन के भी कई सैनिक के मारे गए हैं। वहीं इस झड़प में मारे गए भारतीय जवानों में बिहार रेजिमेंट और झारखंड के भी शामिल हैं।

 

 

लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में झारखंड के साहिबगंज जिला के डिहारी गांव के रहने वाले कुंदन कांत ओझा भी शहीद हो गए हैं। जैसे ही इसकी जानकारी घर वालों को मिली गांव में कोहराम मच गया। इस झड़प में कुंदन के अलावा भारतीय सेना के एक अधिकारी और एक अन्य जवान शहीद हो गए है। चीन की सीमा पर लगभग 45 साल बाद, भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों की इस तरह शहादत की पहली घटना है।

 

शहीद जवान कुंदन कांत ओझा का फाइल फोटो

 

साथ ही इस झड़प में 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू भी शहीद हो गए। सेना के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कर्नल संतोष गलवान घाटी में पैट्रोलिंग पॉइंट 14 के करीब हुई झड़प में शहीद हुए। उनके साथ ही दो और जवानों के भी देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। कर्नल संतोष तेलंगाना के सूर्यापेट जिले के थे और उन्होंने 2 दिसंबर 2019 को ही 16 बिहार रेजिमेंट की कमान संभाली थी।

 

शहीद कर्नल संतोष बाबू का फाइल फोटो

 

इस बड़े घटनाक्रम के बाद सीमा पर इस घटना के बाद दोनों देशों बीच स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। हालांकि दोनों सेनाओं के वरिष्‍ठ अधिकारी मौके पर मुलाकात कर हालात संभालने की कोशिश में लगे हुए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हालात की समीक्षा के लिए दो अहम बैठकें कर चुके हैं। सुबह उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए। शाम की बैठक में विदेश मंत्री, सीडीएस और आर्मी चीफ शामिल हुए।

 

 

 

‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…

https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »