देश के सर्वाधिक दस गन्दे शहरों में छह बिहार के, लालू ने तंज कसा- “का हो नीतीश-सुशील ?”

AJ डेस्क: देश में स्वच्छता को लेकर करवाए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें बिहार के छह शहरों को देश के 10 सबसे गंदे शहरों की सूची में रखा गया है। जिसमें गया शहर नंबर एक पर है। इसे लेकर बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री व राष्‍ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा है। उन्‍होंने अपने ही अंदाज में सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्‍यमंत्री सुशील मोदी पर तंज किया।

 

 

लालू प्रसाद के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया है, ‘का हो नीतीश-सुशील? इसका दोष हमें नहीं दोगे क्या? शर्म तो नहीं आ रही होगी इस कथित सुशासनी और विज्ञापनी सरकार के लोगों को?’ लालू के इस ट्वीट पर लोग खूब कमेंट दे रहे हैं। कुछ लोगों ने जहां खुद लालू पर निशाना साधा है, वहीं कुछ अन्‍य इंटनेट यूजर नीतीश सरकार से सवाल करते दिखे।

 

 

आरजेडी प्रमुख ने अपने ट्वीट में देश का मानचित्र भी शेयर किया है, जिसमें देश के सर्वाधिक 10 गंदे शहरों को सूचीबद्ध किया है और बताया गया है कि यहां आबादी 10 लाख से भी कम है। बिहार के जिन छह शहरों को सर्वाधिक 10 सर्वाधिक गंदे शहरों में शुमार किया गया है, उनमें गया (1) , बक्‍सर (2), भागलपुर (4), परसा बाजार (5), बिहारशरीफ (9) और सहरसा (10) शामिल है।

 

 

देश के सर्वाधिक 10 गंदे शहरों की सूची में जो चार अन्‍य शहर शामिल गए हैं, उनमें पंजाब का अबोहर (3), मेघालय का शिलॉन्‍ग (6), अरुणाचल प्रदेश का ईटानगर (7) और नागालैंड का दीमापुर एमसी (8) शामिल है।

 

 

यहां उल्‍लेखनीय है कि स्‍वच्‍छता सूची में मध्‍यप्रदेश के इंदौर को लगातार चौथे साल टॉप पर रखा गया है, जबकि दूसरे स्‍थान पर गुजरात के सूरत और तीसरे स्‍थान पर नवी मुंबई को रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को ‘गंगा किनारे बसा सबसे अच्छा शहर’ घोषित किया गया है। इस सूची में वाराणसी के बाद कानपुर, मुंगेर, प्रयागराज और हरिद्वार को रखा गया है।

 

 

 

 

 

 

‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…

https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »