टेली मेडिसिन और होम आईसोलेशन कोरोना संक्रमितों के लिए बेहतर इलाज

AJ डेस्क: एक तरफ जहां कोरोना को लेकर खौफ है। संक्रमण का फैलाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पटना के डॉ. प्रभात रंजन ने न सिर्फ आम लोगों, बल्कि चिकित्सकों को भी कोरोना मरीजों के लिये आगे आने का आह्वाहन किया है। इतना ही नही इनके द्वारा तैयार किये गए डॉक्टरों का ग्रुप इस वैश्विक महामारी में न सिर्फ बिहार बल्कि दूसरे राज्यों में रह रहे लोगों को भी टेली मेडिसिन और होम आइसोलेशन के गुण को समझा उन्हें लाभ पहुंचा रहे है।

 

 

डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नही, बल्कि इससे आम लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। कोरोना का इलाज करना है, न कि उससे डरना हैं। डॉ. प्रभात ने कहा कि आज चिकित्सा से जुड़े हर शख्स का फर्ज है कि वो कोरोना मरीजों का इलाज करने में आगे आये। उन्होंने बताया कि मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखने से अच्छा है कि वैसे मरीजों को घर पर ही आइसोलेशन में रखा जाए। इससे उन मरीजों की देखभाल अच्छे तरीके से हो सकेगा। क्योंकि कई बार देखा गया है कि वैसे कोरोना के मरीज जो अच्छी देख भाल से ठीक हो सकते थे, लेकिन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ठीक ढंग से देख रेख नही होने के कारण वो गंभीर स्थिति में पहुंच गए। घर पर लोग अपने मरीज की 24 घन्टे अच्छे तरीके से देख भाल कर सकते है। हां इसके लिए उन्हें सही जानकारी देने की जरूरत है ताकि वो अपना बचाव करते हुए अपने मरीज की भी ठीक ढंग से देखभाल कर पाए।

 

 

उन्होंने बताया कि उन्होंने अब तक टेली मेडिसिन और सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार और इससे बाहर रह रहे करीब 3 हजार से अधिक लोगों को लाभ पहुंचा चुके है। उन्होंने कहा कि इसपे लोगों को सही तरीके से जागरूक करने की जरूरत है। जिससे हम कोरोना पर काफी हद तक जीत पा सकते है।

 

 

इस दौरान डॉ. प्रभात रंजन के साथ आईएमए के सचिव डॉ. सहजानंद, महावीर कैन्सर हॉस्पिटल के पूर्व निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. रूपम रंजन, डॉ. संजीव कुमार और डॉ. अनिंदिता मौजूद थी।

 

 

 

 

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