बिहार चुनाव: भाजपा को अब महंगाई ‘डायन’ नहीं ‘भौजाई’ नजर आ रही- तेजस्वी
AJ डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव का प्रचार अपने अंतिम दौर में है। दो चरण के मतदान हो चुके हैं और तीसरे व अंतिम चरण का चुनाव 7 नवंबर को है। पक्ष और विपक्ष चुनाव प्रचार में आरोप-प्रत्यारोप का कोई कसर नहीं छोड़ रहे। वैसे तो बिहार का चुनाव जात-पात पर शुरू से केंद्रित रहा है, लेकिन इस बार कई बड़े मुद्दे जुड़ गए हैं। कोरोना संक्रमण, बेरोजगारी, महंगाई और विकास जैसे मुद्दे पर विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछ रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने महंगाई डायन और ‘भौजाई’ का मुद्दा उछाला और बिहार सरकार से सवाल पूछा।
सहरसा में बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक रैली में कहा, ‘प्याज का दाम सेंचुरी और आलू का दाम हाफ सेंचुरी मार दिया है। यही बीजेपी के लोग प्याज की माला पहनकर घूमा करते थे और गाना गाते थे महंगाई डायन खाए जात है।’ अब जब प्याज का दाम 100 रु. किलो हो गया है। इन्हें महंगाई डायन नहीं भौजाई नजर आ रही है।’ तेजस्वी यादव सब्जियों के साथ अन्य सामानों की महंगाई के लिए केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हैं और इसे रोकने में सरकार को पूरी तरह से विफल बता रहे हैं। महंगाई के लिए तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी कोसते रहे हैं।
#WATCH प्याज का दाम सेंचुरी और आलू का दाम हाफ सेंचुरी मार दिया है। यही भाजपा के लोग प्याज की माला पहनकर घूमा करते थे और गाना गाते थे 'महंगाई डायन खाए जात है।' अब जब प्याज का दाम 100 रु. किलो हो गया है इन्हें महंगाई डायन नहीं भौजाई नजर आ रही है: सहरसा में RJD नेता तेजस्वी यादव pic.twitter.com/Fu6TW1CM6i
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2020
बता दें, अभी हाल में मधुबनी जिले के हरलाखी में नीतीश कुमार की जनसभा के दौरान मंच पर प्याज और पत्थर फेंके गए। विरोध करते लोगों की नाराजगी महंगाई को लेकर थी। लोगों ने नीतीश कुमार के खिलाफ नारे भी लगाए। इस घटना की सभी पार्टियों ने निंदा की और खुद तेजस्वी यादव ने कहा कि विरोध करना ठीक है लेकिन किसी पर प्याज और पत्थर फेंकना जायज नहीं हो सकता।
तेजस्वी यादव कई अलग-अलग मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। इनमें एक नीतीश सरकार में ‘घोटाले’ का भी आरोप है। तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि नीतीश शासन में हुए कुल 60 घोटालों से लगभग 30 हज़ार करोड़ रुपयों का गबन हुआ। इन पैसों को ट्रेस करने की नीतीश सरकार की ओर से कभी कोई ईमानदार कोशिश नहीं हुई। इसके उलट जांच प्रक्रिया को जानबूझकर बहुत धीमा रखा या जांच के नाम पर लीपापोती कर दोषियों को बचा लिया गया है। आरजेडी का आरोप है कि जेडीयू और बीजेपी के नेताओं ने भ्रष्ट अधिकारियों से मिलकर 67 हज़ार फर्जी दिव्यांग विद्यार्थियों के आधार पर करोड़ों रुपयों का बंदरबांट किया।
‘अनल ज्योति’ के फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए अभी इस लिंक पर क्लिक करके लाइक👍 का बटन दबाए…
https://www.facebook.com/analjyoti.in/?ti=as
Article पसंद आया तो इसे अभी शेयर करें…