प.बंगाल: चुनाव बाद हिंसा, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला, पी एम ने ली जानकारी

AJ डेस्क: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद राज्यभर में अनियंत्रित हिंसा की सीबीआई जांच के अनुरोध के साथ बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। बीजेपी नेता ने पश्चिम बंगाल सरकार को यह निर्देश देने का भी अनुरोध किया कि वह सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल करके बताए कि उसने हिंसा में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं। उधर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हालात का जायजा लेने  कोलकाता पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के नतीजों के बाद जो घटनाएं देखने और सुनने को मिली हैं वो हमें हतप्रभ करती हैं, चिंता में डालती हैं। ऐसी घटनाएं भारत के विभाजन के समय मैंने सुनी थीं लेकिन आज़ाद भारत में चुनाव के नतीजों के बाद इतनी असहिष्णुता हमने आज तक नहीं देखी।

 

 

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की और चुनाव के बाद कई जिलों से हिंसा की खबरों के मद्देनजर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गहरा क्षोभ प्रकट किया। पश्चिम बंगाल में सोमवार को हिंसा में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता मारे गए और कई घायल हो गए तथा दुकानों में लूटपाट की गयी। केंद्र ने राज्य में विपक्षी कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाओं को लेकर सरकार से तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

 

 

धनखड़ ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री ने फोन पर बातचीत में कानून-व्यवस्था की चिंताजनक स्थिति पर गहरा क्षोभ प्रकट किया। मैंने प्रधानमंत्री से हिंसा, लूटपाट, आगजनी की घटनाओं, हत्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। अधिकारियों ने बताया कि बर्द्धमान जिले में रविवार और सोमवार को तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के समर्थकों में कथित झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि मारे गए लोगों में तीन पार्टी के समर्थक थे।

 

 

राज्यपाल ने ट्वीट कर सवाल किया कि पश्चिम बंगाल पुलिस को लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली राजनीतिक हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी, हत्याओं को रोकना चाहिए। चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में ही हिंसा क्यों होती है? लोकतंत्र पर हमला क्या हो रहा है? धनखड़ ने कहा कि खौफनाक हालात की खबरें मिल रही है। डर के कारण लोग जान बचाने के लिए भाग रहे हैं।

 

 

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के कुछ उम्मीदवारों के घरों और वाहनों में कथित रूप से तोड़फोड़ की गई और आरमबाग में एक पार्टी कार्यालय में आग लगा दी गई। नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराने वाले सुवेंदु अधिकारी के वाहन पर भी हमला किया गया। हालांकि, हिंसा के बाद टीएमसी के नेताओं ने कहा कि उनका पश्चिम बंगाल में ऐसी घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया।

 

 

नताबाड़ी में बीजेपी उम्मीदवार मिहिर गोस्वामी की कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह घटना उस समय घटी, जब चुनाव आयोग ने घोषणा की कि गोस्वामी ने राज्य के मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता रवींद्रनाथ घोष को हराकर जीत दर्ज की है। आरमबाग में बीजेपी पार्टी कार्यालय में कथित तौर पर आग लगा दी गई, जहां पार्टी के उम्मीदवार मधुसूदन ने टीएमसी उम्मीदवार सुजाता मंडल को लगभग 7,100 मतों से हरा दिया।

 

 

सिउरी में बीजेपी कार्यालय में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई और स्थानीय पार्टी नेता के ट्रैक्टर में आग लगा दी गई। इसी तरह की घटना कोलकाता के बेलाघाट निर्वाचन क्षेत्र से सामने आई, जहां बीजेपी के एक उम्मीदवार के गैरेज में कथित तौर पर आग लगा दी गई।

 

 

 

 

 

 

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